Bulandshahr Blast: 'हम इधर फंसे हैं.. बचा लो'... सिलिंडर विस्फोट से मची तबाही देख सभी की आंखे नम
Bulandshahr News:उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में सोमवार रात एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. सिकंदराबाद थाना क्षेत्र की आशापुरी कॉलोनी में एक घर में सिलेंडर फटने से छत गिर गई. इस हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोगों मलबे में दब गए.
Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश के सिकंदराबाद में एक भयानक सिलिंडर विस्फोट ने पूरा शहर हिला कर रख दिया. सोमवार रात को गुलावठी रोड स्थित एक घर में अचानक सिलेंडर में धमाका हुआ. धमाके के साथ ही घर भरभराकर गिर गया, जिसमें मौजूद लोग मलबे में दब गए. हादसा होते ही आसपास के लोगों ने सिकंदराबाद थाना पुलिस को तुरंत सूचना दी. पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया.
विस्फोट की तेज आवाज सुनते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े, जबकि कुछ ने डर के मारे अपनी जान बचाने के लिए भागने की कोशिश की. आसपास के लोग इस भ्रम में थे कि शायद कोई बम फेंका गया है. इस हादसे ने पूरे शहर को गमगीन कर दिया. जहां एक ओर लोग अपनों को खोने के गम में डूबे थे, वहीं दूसरी ओर पूरा शहर पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा नजर आया.
मलबे में दबे लोगों की पुकार
विस्फोट के बाद मकान पूरी तरह ढह गया और मलबे के अंदर से लोगों की चीखें सुनाई देने लगीं. कोई चिल्ला रहा था, "हम इधर फंसे हैं... बचा लो नहीं तो मर जाएंगे." लोग जान बचाने के लिए गुहार लगा रहे थे. स्थानीय लोग तुरंत बचाव कार्य में जुट गए और मलबा हटाने की कोशिश की, लेकिन भारी लिंटर को हिलाने में वे असमर्थ थे. सभी की आंखें नम हो गईं और दिलों में एक ही प्रार्थना थी कि मलबे के नीचे दबे लोग किसी तरह सुरक्षित बाहर आ जाएं.
The roof of a house collapsed due to a cylinder explosion, resulting in the death of 5 people in UP's Bulandshahr. Rescue operations are currently underway.#बुलंदशहर #Bulandshahr # pic.twitter.com/Z8DZV0oFEX
— Krishna Chaudhary (@KrishnaTOI) October 21, 2024
जेसीबी की देरी से लोगों में गुस्सा
घटना रात 8 बजे हुई, लेकिन जेसीबी को घटनास्थल तक पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटा लग गया. इस बीच, लोग अपने हाथों से मलबा हटाने की कोशिश कर रहे थे. लोगों का आरोप था कि अगर सही समय पर जेसीबी पहुंच जाती, तो शायद परिवार के छह सदस्यों की जान बचाई जा सकती थी.
रिश्तेदारों की चीख-पुकार
जैसे ही यह खबर फैली, मौके पर पीड़ितों के रिश्तेदार और अन्य लोग पहुंचने लगे. अपने अपनों की तलाश में वे दर्द और चित्कार के साथ इधर-उधर भागते रहे. हर कोई उम्मीद कर रहा था कि मलबे के नीचे से उनके प्रियजन सुरक्षित निकले. वहां मौजूद लोगों ने दुखी परिवारों को ढांढस बंधाया और उनके साथ खड़े रहे.
भाईचारे की मिसाल
घटनास्थल पर पहुंचे लोग अपनी तरफ से हर संभव मदद कर रहे थे. कुछ अपने हाथों से मिट्टी हटाने लगे तो कुछ ने फावड़े का सहारा लिया. हर कोई बस यही चाहता था कि किसी भी तरह मलबे में फंसे लोगों को बचा लिया जाए. पूरा शहर एकजुट होकर मदद में जुटा रहा, इस भयानक हादसे के बीच भाईचारे और इंसानियत की मिसाल पेश की.