यूपी के महराजगंज में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा देखनो को मिला है, दरअसल, बिचौलियों ने गृहस्थी के सामान और अनुदान के लालच में भाई-बहन के फेरे करा दिए गए थे. जिसके बाद इस मामले में प्रशासन की तरफ से एक्शल लिया गया. जानकारी के अनुसार डीडीओ ने इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है.वहीं भाई-बहन के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में इस फर्जीवाड़ा में बिचौलियों ने शादी के बाद मिलने वाले पैसों और गृहस्थी के सामान के लालच में दोनों भाई- बहन की शादी करवा दी. लेकिन जैसे ही बात का पता चला वैसे मामले के खिलाफ एक्शन लिया गया. बता दें, इस बात भाई- बहन के शादी के मामले पर अधिकारियों ने उनसे शादी का सामान वापस मंगवा लिया है. इसके अलावा अनुदान के रूप में दिए जाने वाले 35 हज़ार रुपये पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की सिफारिश की गई है.
मिली हुई जानकारी के अनुसार युवती एक साल पहले ही शादी कर चुकी थी. युवती का पति कमाने के लिए घर बाहर गया हुआ है. इस बात का पता होने के बावजूद बिचौलिये ने युवती को शादी करने के लिए मना लिया था. लेकिन शादी जिस लड़के होने वाली थी. वो मंडप नहीं पहुंचा. जिसके बाद बिचौलियों ने अनुदान राशि में मिलने वाले पैसे के लिए युवती की शादी उसके भाई से करवा दी. First Updated : Tuesday, 19 March 2024