CM Yogi: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए तमाम योजना-परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाना चाहती है. ताकि प्रदेश के लोगों को खुश किया जा सके. लेकिन नौकरशाहों के आलसपन के कारण सरकार की मेहनत पर पानी फिरता हुआ दिख रहा है. धन की कोई कमी नहीं होने के कारण भी योजनाओं में लेट लतीफा चल रहा है.
राज्य में धन के कारण कोई योजना-परियोजना न रुके इसके लिए योगी सरकार ने भारी-भरकम धनराशि मुहैया कराई है. लेकिन वित्तीय वर्ष के बीते सात-आठ माह में कुल बजट का 50 फीसदी तक खर्च तक नहीं किया गया. कई विभागों योजना लागू करने का आलम यह है कि वहां पर दो-तिहाई बजट शेष पड़ा है. बता दें कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए योगी सरकार ने मूल बजट से 6,90,242 करोड़ रुपये की व्यवस्था के साथ अनुपूरक बजट के जरिए भी 28,761 करोड़ रुपये दिए हैं.
लोकसभा चुनाव को देखते हुए योगी सरकार ने हर योजना को पूरा करने के लिए धान आवंटित कराया है. ताकी अधूरी योजना को पूरा करने के साथ नई योजनाओं पर भी कार्य शुरू किया जा सके. खास बात यह है कि यूपी में सभी सरकारी विभागों के पास बजट होने के बाद भी कई योजना-परियोजना का कार्य नहीं हो पा रहा है. अब तमाम योजनाओं पर काम नहीं होने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों नाराजगी जाहिर की है. वहीं, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बजट पूरा मुहैया कराने के बाद काम नहीं होने पर 20 प्रमुख विभागों के अपर मुख्य सचिवों के साथ समीक्षा बैठक बुलाई है.
वित्त मंत्री खन्ना ने कहा कि विभिन्न योजनाओं-परियोजनाओं का लोगों को लाभ देने के लिए किसी कार्य में कोई भी देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके यह सुनिश्चित किया जाए कि तय समय के मुताबिक कार्यों को पूरा किया जा सके. साथ ही जो अधिकारी इसमे ढिलाई बरत रहा है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. First Updated : Sunday, 24 December 2023