यूपी पुलिस के हाथों ढ़ेर कुख्यात गैंगस्टर कौन था गैंगस्टर अनिल दुजाना?

यूपी में अपराधियों और माफियाओं की खैर नहीं.. यूपी एसटीएफ अपराधियों और माफियाओं पर कहर बनकर टूट रही है. असद अहमद के एनकाउंटर के बाद एसटीएफ को एक और बड़ी कामयाबी हासिल हुई है

यूपी में अपराधियों और माफियाओं की खैर नहीं.. यूपी एसटीएफ अपराधियों और माफियाओं पर कहर बनकर टूट रही है. असद अहमद के एनकाउंटर के बाद एसटीएफ को एक और बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है अनिल दुजाना यूपी के टॉप माफियाओं की लिस्ट में शामिल था. दुजाना पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 75 हजार रुपए का इनाम रखा था.
गाजियाबाद के बादलपुर के रहने वाले अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर पर रंगदारी, लूटपाट, जमीन पर कब्जा, कब्जा छुड़वाना और आर्म्स एक्ट के 62 से ज्‍यादा केस दर्ज थे. इनमें से करीब 18 केस तो मर्डर के थे. यहां तक की बादलपुर का दुजाना गांव कभी कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से जाना जाता था. करीब 70 और 80 के दशक में सुंदर का दिल्ली-एनसीआर में खौफ था. उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दे दी थी. पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ.

बता दें कि बीते महीने उत्तर प्रदेश सरकार ने जानकारी दी थी कि पिछले छह सालों में राज्य में पुलिस और अपराधियों के बीच 9,434 से ज्यादा मुठभेड़ें हुई हैं, जिसमें 183 अपराधी जान से मारे गए हैं. 5,046 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

युपी एसटीएफ को अनिल दुजाना के मेरठ में भोला झाल पर सक्रिय होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए उसे घेर लिया. इसके बाद अनिल दुजाना ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे मार गिराया.

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