Uttarkashi Tunnel Rescue: टनल के अंदर मजदूरों में शामिल हैं कई विशेषज्ञ, फंसे लोग ही बाहर आने का बनाएंगे रास्ता!

Uttarkashi Tunnel Rescue: सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की कोशिशें लगातार जारी हैं. ऐसे में कई विशेषज्ञ एजेंसियां बचाव के काम में लगी हैं.

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Uttarkashi Tunnel Rescue: एक तरफ पूरे देश में दिवाली मनाई जा रही थी, वहीं, दूसरी तरफ उत्तराखंड में एक टनल का काम चल रहा था जिसमें लगभग 41 मजदूर काम कर रहे थे. उत्तरकाशी में बनी इस टनल में एक हादसा हुआ, जिसकी वजह से काम कर रहे मजदूर वहीं पर फंसे रह गए. तब सेलेकर आज तक युद्ध स्तर पर फंसे लोगों को निकालने का काम चल रहा है. रेस्क्यू के काम में बार बार रुकावट आने की वजह से ये ऑपरेशन पूरा नहीं हो पा रहा है.

मैनुअल ड्रिलिंग के लिए 30 जवान मौजूद

मजदूरों को टनल से  बाहर निकालने के काम में किसी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है. इसके लिए भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स के एक इंजीनियर समूह सिल्कयारा सुरंग में मैनुअल ड्रिलिंग करेगा. मजदूरों को जल्द से जल्द बाहर लाया जा सके इसके लिए वहां पर 30 जवानों की तैनाती की गई है. 
 
कई एजेंसियां लगी हैं काम में 

टनल से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए अलग अलग रणनीति अपनाई जा रही है. विशेषज्ञ एजेंसियां मजदूरों को बाहर से निकालने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही हैं. इसके अलावा अब एक नया रास्ता दिखाई दे रहा है, जो कि टनल के अंदर फंसे मजदूर खुद बनाएंगे. इस वक्त पर एक नया विकल्प विशेषज्ञों ने निकाला है. जानकारी के मुताबिक, सिलक्यारा सुरंग से मजदूरों को बाहर निकालने की अगर कोई भी योजना सफल नहीं होती है तो अंदर फंसे लोग ही अपने लिए रास्ता बना सकते हैं. 

टनल के अंदर फंसे तीन से चार विशेषज्ञ हैं

बताया जा रहा है कि टनल में कुल 41 मजदूर फंसे हैं, जिनमें से कम से कम 3 से 4 विशेषज्ञ हैं, और यही विशेषज्ञ अंदर से बाहर आने का रास्ता खोजने में कामयाब हो सकते हैं. हालांकि इस विकल्प को आखिरी विकल्प कते तौर पर रखा गया है. नोडल अधिकारी व सचिव डॉ. नीरज खैरवाल का कहना है कि टनल में फंसे मजदूरों में से कई विशेषज्ञ हैं जो मशीन चलाने और टनल की खुदाई करने के विषय में अच्छा जानकारी रखते हैं. इसी को देखते हुए कहा जा रही है कि वो लोग अंदर से कुछ मदद कर सकते हैं. 
  First Updated : Monday, 27 November 2023