Haldwani Violence: सौ रुपये स्टांप पेपर के जरिए बेच दी गई सरकारी जमीन, बनभूलपुरा रेलवे अतिक्रमण का केस
Haldwani Violence: फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसके द्वारा राजस्व विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर उसकी बिक्री की जा रही थी.
Haldwani Violence: गुरुवार को उत्तराखंड का हल्द्वानी शहर हिंसा की चपेट में आ गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हिंसा भड़क उठी थी. जिलाधिकारी के आदेश पर बनभूलपुरा में कर्फ्यू लागू कर दिया गया. इस हिंसा में 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और चार-पांच लोगों के मारे जाने की खबर है.
दरअसल, गुरुवार शाम 4 बजे पुलिस सुरक्षा में नगर निगम की टीम मलिक के बगीचो में बने अवैध मदरसे और धर्मस्थल को ढहाने के लिए पहुंची. जेसीबी जैसे ही अवैध धर्मस्थल की तरफ जाने लगी तो वहा के लोग भड़क गए और पथराव कर दिया. पुलिक और निगम की टीम तीन ओर से घिर गई. पथराव के नीचे लोगों ने पुलिस की जीप समेत कई वाहनो को जला दिया. इस पर पलिस ने लाठीचार्ज भी किया, लेकिन छतों से हो रहे पथराव के बीच पुलिसकार्मी घायल हो गए.
आंसू गैस के गोले दागने और लाठी चार्ज करने के बाद भी जब हालात काबू में नहीं आ पाए, तब प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के निर्देश दिए हैं. शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. स्कूल और बाजार बंद हैं करने का आदेश दिया गया.
बीते साल जनवरी में बनभूलपुरा गफूर बस्ती में रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण का केस चर्चा में था. तब सुप्रीम कोर्ट ने इसे एक मानवीय मामला करार देते हुए हजारों परिवारों को उनकी जमीन से बेदखल करने पर मना कर दिया था. हल्द्वानी के जिस इलाके में अतिक्रमण है. वह तकरीबन 2.19 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का इलाका है.
साल 2023 में हल्द्वानी में रेलवे, वन विभाग और राजस्व की जमीन को 100 और 500 रुपये के स्टांप पेपर के माध्यम से बेचने का केस सामने आया था. जिसे नैनीताल के हाईकोर्ट ने दिसंबर 2023 में राज्य सरकार, वन विभाग और रेलवे को केस की जांच कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया था.