हल्द्वानी में क्यों और कैसे भड़की हिंसा, क्या हैं मौजूदा हालात?
Haldwani Violence: मदरसे और मस्जिद पर बुलडोजर कारर्वाई के दौरान वहां पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रह्लाद मीना के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.
Haldwani Violence: हल्द्वानी के थाना बनभूलपुरा के पास शुक्रवार 8 फरवरी को अवैध मदरसे और मस्जिद को तोड़ने के लिए नगर निगम की टीम जेसीबी लेकर पहुंची थी. इस दौरान वहां पर भीड़ जमा हो गई, जिसके बाद वहां पर पत्थरबाजी और अधिकारियों पर हमला भी किया. कई जगह पर आग लगा दी गई. वहीं, इस घटना को लेकर राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाई लेवल की बैठक बुलाई गई.
मामले से परिचित अधिकारियों ने कहा कि बनभूलपुरा में एक अवैध रूप से बने मदरसे पर बुलडोडर चला, जिसके बाद हिंसा भड़क गई. इसके बाद गुरुवार शाम को नैनीताल जिले के हलद्वानी इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया. जिले के जिलाधिकारी ने बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है. दंगाइयों के खिलाफ 'देखते ही गोली मारने' का आदेश भी जारी किया गया है. ताजा जानकारी के मुताबिक, इसमें अब तक 4 लोगों की मौत हो गई, और पथराव में 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
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क्या है पूरा मामला?
नगर निगम की टीम ने बनभूलपुरा के इंदिरा नगर इलाके में मलिक के बाग में बने अवैध मदरसे और मस्जिद को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. इस बुलडोजर कार्रवाई के दौरान नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. जैसे ही मस्जिद और मदरसे को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई, बड़ी संख्या में महिलाओं सहित गुस्साए स्थानीय निवासी कार्रवाई के विरोध में सड़कों पर उतर आए.
भीड़ इतनी ज्यादा उग्र हो गई कि वो बैरिकेड तोड़ने लगे और बुलडोजर कार्रवाई में लगे पुलिसकर्मियों से बहस करने लगे. जैसे ही बुलडोजर ने मदरसे और मस्जिद को ध्वस्त किया, भीड़ ने पुलिसकर्मियों, नगर निगम कर्मचारियों और पत्रकारों पर पथराव किया, जिसमें 60 से ज़्यादा लोग जख्मी हो गए.
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किसके आदेश पर हुई कार्रवाई?
जब मदरसे और मस्जिद पर बुलडोजर चल रहा था तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रह्लाद मीना के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. अधिकारी मीना ने बताया कि न्यायालय के आदेश की पालना में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है. नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि ध्वस्त किया गया मदरसा और नमाज स्थल पूरी तरह से अवैध है. उन्होंने बताया कि नगर निगम ने पहले ही इस स्थल के पास स्थित तीन एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया था और अवैध मदरसा और नमाज स्थल को सील कर दिया था, जिसे आज ध्वस्त कर दिया गया है.
किसकी जमीन पर था मदरसा?
नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि ध्वस्त किया गया मदरसा और नमाज स्थल पूरी तरह से अवैध था. उन्होंने बताया कि नगर निगम ने पहले ही इस स्थल के पास स्थित तीन एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया था और अवैध मदरसा और नमाज स्थल को सील कर दिया था, जिसे आज ध्वस्त कर दिया गया है.
जुमे की नमाज को देखते सिक्योरिटी सख्त
हलद्वानी में हुए बवाल के बाद पूरे उत्तराखंड को हाई अलर्ट पर रखा गया है, डीजीपी अभिनव कुमार, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, एडीजी प्रशासन एके अंशुमान को हलद्वानी जाने के निर्देश दिए गए हैं. दोनों अधिकारी शुक्रवार सुबह हल्द्वानी पहुंचेंगे. चार पैरा मिलिट्री और छह पीएसी कंपनियां मौके पर भेजी गई हैं. दूसरे जिलों से भी फोर्स बुलाई गई है. जुमे की नमाज को देखते हुए विशेष सावधानी बरती जा रही है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाई लेवल की मीटिंग बुलाई. जिसमें अराजकतत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं. डीएम ने बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. हालात पर काबू पाने के लिए कई थानों की फोर्स बुलाई गई है और अर्धसैनिक बल भी बुलाए गए हैं. अराजकतत्वों की पहचान कर यूएपीए के तहत कार्रवाई की जाएगी.
14 फरवरी को होगी सुनवाई
उत्तराखंड हाई कोर्ट में हलद्वानी में मस्जिद और मदरसे को ढहाने से रोकने की मांग वाली जनहित याचिका पर सुनवाई हुई. मलिक कॉलोनी निवासी साफिया मलिक व अन्य की ओर से दायर याचिका में याचिकाकर्ताओं को नगर निगम हल्द्वानी द्वारा दिये गये नोटिस को चुनौती दी गयी है. हालांकि, जस्टिस पंकज पुरोहित की अवकाशकालीन पीठ से मामले में कोई राहत नहीं मिली, जिसके बाद बुलडोडर की कार्रवाई शुरू हुई. अब इस मामले की अगली सुनवाई 14 फरवरी को की जाएगी.