Silkyara Tunnel Rescue:टनल के अंदर तीन मजदूरों की हालत खराब, परिजनों से बात कर हुए भावुक
Silkyara Tunnel Rescue: 12 नवंबर से टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. हालांकि इस ऑपरेशन में लगातार कई दिक्कतों का सामना करना पा रहा है जिसके वजह से इस रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा होने में अभी और समय लग सकता है.
Silkyara Tunnel Rescue: उत्तराखंड में सिल्क्यारा टनल में फंसे मजदूरों का आज 14वां दिन है. बीते मंगलवार को बचाव अभियान के दौरान सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के सकुशल होने का पहला वीडियो सामने आया था. वहीं इस वीडियो को सामने आने से मजदूरों के परिजनों को थोड़ी राहत मिली थी. साथ ही बचावकर्मियों का भी मनोबल बढ़ा था.
वहीं आज शनिवार को भी रेस्क्यू जारी है. टनल के बाहर तमाम विशेषज्ञ और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी एजेंसी और टीम सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में जुटी हुई है. लेकिन एक बार फिर ड्रिलिंग मशीन का काम रुक गई है. दरअसल, टनल में नौंवा पाइप ड्रिल किया जा रहा था लेकिन इस कार्य में बाधा आने के कारण ड्रिलिंग रोक दिया गया है.
तीन मजदूरों की बिगड़ी तबीयत-
आपको बता दें कि, 14 दिन से टनल में फंसे 41 मजदूरों में से 3 मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई है. हालांकि डॉक्टर ने पाइप के जरिए उन्हें दवाएं दी है. तीन मजदूरों को सिर दर्द, उल्टी और सोने में दर्द की शिकायत की थी. कुछ मजदूरों ने टेंशन की वजह से सुबह से खाना नहीं खाया है. परिजनों से बातचीत करते समय भावुक हो रहे हैं. तत्काल तीन मनोचिकित्सक मौके पर भेजे गए हैं जो अब मजदूरों से बात करेंगे.
रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, अब हाथ से ही मलबा को हटाया जाएगा. इसके लिए दिल्ली से एक स्पेशल टीम घटनास्थल पर भेजी जा रही है. गौरतलब है कि. 48049 मीटर तक ड्रिलिंग के बाद ऑगर मशीन के आगे लोहे का बड़ा स्ट्रक्चर आ गया जिसके बाद ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया है.
सुरंग के बाहर मंदिर में प्रार्थना-
उत्तरकाशी सुरंग बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. इस बीच जहां. श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है. उस सुरंग के मुख्य द्वार पर बने एक मंदिर में लोग प्रार्थना कर रहे है ताकि जल्द से जल्द मजदूर बाहर निकल जाए.