Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी के सुरंग में फंसे मजदूर एंट्री प्वाइंट से लगभग 200 मीटर अंदर हैं. जिस जगह पे मजदूर फंसे हुए हैं वहां ठीक उसके आगे 50 मीटर से ज्यादा मलबा है. रेस्क्यू टीम के लिए मुश्किल की बात ये है कि, टनल का हिस्सा बेहद कमजोर है. जैसे ही टनल का मलबा निकाला जा रहा है मलबा फिर से टनल में गिर जा रहा है.
6 दिनों से उत्तरकाशी मैं फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम दिन-रात मेहनत कर रही है. सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकालने की प्रक्रिया अब तेज हो गई है. टनल में हैवी ड्रिलिंग मशीन से बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस दौरान पुलिस और आपदा मोचन बल पूरी तरह से अलर्ट मोड में है.
इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि कैसे इस बचाव कार्य को अंजाम दिया जाएगा. मजदूर तक पहुंचाने के बाद उन्हें स्ट्रक्चर पर इसी तरह से लेटा कर बाहर निकाला जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि, टनल में फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं. मजदूरों को समय समय पर राशन, पानी व ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. इसके अलावा उन्हें हौसला देने के लिए परिवार वालों से भी लगातार बातचीत कराई जा रही है.
बता दें कि, टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए अब तक 6 पाइप डाल दी गई है लेकिन अभी भी 4 और पाइप डाली जानी है. एक पाइप की लंबाई करीब 6 मीटर है जबकि, चौड़ाई 3 फीट है. वहीं जिस मलबे को हटा कर मजदूरों को बाहर निकालना है उसकी लंबाई 70 फीट तक बताई जा रही है. अभी तक मलबे की कुल 24 मीटर तक ही खुदाई हो पाई है.