Uttarkashi: उत्तरकाशी सुरंग में लगभग 15-16 घंटे तक नहीं हुआ कोई कार्य, ड्रिलिंग रुकी
Uttarkashi: उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन साढ़े 4 किलोमीटर लंबी सिलक्यारा सुरंग का एक भाग बीते 12 नवंबर को ढह गया था, जिसके कारण उसमें मलबे के दूसरी तरफ श्रमिक फंस गए थे.
हाइलाइट
- मलबे में डाली गई छह इंच की पाइपलाइन की मदद से श्रमिकों तक एंडोस्कोपिक फ्लैक्सी कैमरा भेजा गया है.
- कैमरे की मदद से भेजा गया भोजन प्राप्त करते हुए एवं एक-दूसरे से बात करते हुए देखा गया है.
Uttarkashi: उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में फंसे हुए मजदूरों का आज 13वां दिन हो चुका हैं. वहीं बचाव अभियान के दसवें दिन यानि बीते मंगलवार को सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सकुशल होने का पहला वीडियो जारी किया गया था. जिसके बाद उनके परिवारों की उम्मीद बढ़ी और बचावकर्मियों का मनोबल भी दोगुना हो गया था. साथ ही अधिकारियों ने बताया कि, उन्होंने मलबे को काटकर निकासी मार्ग से श्रमिकों को निकालने के अभियान की शुरूआत की है. जबकि सुरंग में फंसे श्रमिकों को पाइप की मदद से रात के खाने के लिए शाकाहारी पुलाव, मटर-पनीर के साथ मक्खन वाली चपाती भेजी गई थी.
अधिकारियों का बयान
वहीं अधिकारियों का कहना है कि, इससे पूर्व, सुरंग के अंदर फंसे हुए श्रमिकों को छह इंच चौड़े पाइप की मदद से सेब, संतरे, मौसमी व केले जैसे फल और इलेक्ट्रॉल जैसी आवश्यक दवाइयां पहुंचाई गईं है. साथ ही दिल्ली में, केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय द्वारा बीते शाम को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि, राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम (एनएचआईडीसीएल) ने सिल्क्यारा की ओर से क्षैतिज बोरिंग अभियान की एक बार फिर से शुरूआत की गई है.
चारधाम यात्रा मार्ग
बता दें कि बचावकर्मियों ने चार धाम मार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग के बाड़कोट-छोर पर 2 विस्फोट किए हैं. जिसकी मदद से अंदर फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए एक दूसरे सुरंग को ड्रिल करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. बता दें कि उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन साढ़े 4 किलोमीटर लंबी सिलक्यारा सुरंग का एक भाग बीते 12 नवंबर को ढह गया था, जिसके कारण उसमें मलबे के दूसरी तरफ श्रमिक फंस गए थे.
फ्लैक्सी कैमरा
अधिकारियों का कहना है कि, मलबे में डाली गई छह इंच की पाइपलाइन की मदद से श्रमिकों तक एंडोस्कोपिक फ्लैक्सी कैमरा भेजा गया है. जिससे कि मिले वीडियो से उनके सकुशल होने की जानकारी प्राप्त हो सके. बता दें कि यह कैमरा बीते सोमवार देर शाम दिल्ली से सिलक्यारा लाया गया था. जिसके बाद वीडियो में पीले व सफेद रंग के हेलमेट पहने श्रमिक, पाइपलाइन की मदद से भेजा गया भोजन प्राप्त करते हुए एवं एक-दूसरे से बात करते हुए देखे जा रहे हैं.