Rat miners returned CM Dhami amount of respect: उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों की जान बचाने वाले रैट होल माइनर्स ने उत्तराखंड सरकार की ओर से मिली सम्मान राशि को लेने से इंकार कर दिया है. रैट माइनर्स ने सीएम धामी द्वारा दिए गए सम्मान राशि को लौटाने का फैसला लेते हुए अपनी इच्छा भी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि, इस राशि से उनका कुछ भला नहीं होने वाला है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, सीएम द्वारा दी जाने वाली यह राशि उनकी भूमिका के हिसाब से नहीं है और वो इस राशि से संतुष्ट नहीं है.
गौरतलब है कि, उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकाले के लिए कई सप्ताह से रेस्क्यू चल रहे थे. हालांकि रैट माइनर्स ने महज कुछ ही घंटों में टनल की खुदाई पूरा करते हुए मजदूरों को बाहर निकालने में सफलता हासिल की थी. इस सफलता के बाद उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रत्येक रैट माइनर्स को सम्मान के तौर पर 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया थे. हालांकि इस राशि से रैट माइनर्स संतुष्ट नहीं है इसलिए उन्होंने इनाम वापिस करने का फैसला लिया है.
रैट माइनर्स ने आगे कहा कि, हम मुख्यमंत्री का सम्मान करते हैं, लेकिन जो सम्मान मुख्यमंत्री की तरफ से हमें दिया गया है वे न्याय संगत नहीं है. रैट माइनर्स टीम के सदस्य वकील हसन ने कहा कि, यह एक निराशाजनक स्थिति थी. जब मशीनों में फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने में विफल थी तब हमने बिना किसी शर्त के अपने जान को जोखिम में डालते हुए मलबे में मैन्युअल रूप से ड्रिलिंग की है. उन्होंने आगे कहा कि, मुख्यमंत्री के कदम की सराहना करते हैं लेकिन हमें जो राशि दी गई है, उससे संतुष्ट नहीं है.
रैट माइनर्स टीम के सदस्य वकील हसन ने आगे कहा कि, राज्य सरकार द्वारा सम्मानित 12 माइनर्स ने सामूहिक रूप से ईनाम राशि लौटाने का फैसला लिया है. उन्होंने ये भी कहा कि, जिस दिन हमें चेक सौंपे गए थे उसी दिन मैंने सीएम धामी को अपना असंतो। व्यक्त किया था. उस दौरान अधिकारियों ने भरोसा दिलाया था कि, हमारे संबंध में कुछ घोषणा एक-दो दिनों में की जाएगी. हालांकि उन्होंने अपने वादा पूरा नहीं किया इसलिए हम चेक वापस करने का फैसला लिए हैं.
रैट माइनर्स टीम के सदस्य वकील हसन ने कहा कि, इन पैसों से हमारा कुछ भला नहीं होने वाला है. हम आज भी गड्ढा खोद रहे हैं और कल भी गड्ढे ही खोदने का काम करेंगे. इसलिए सीएम द्वारा दिए गए इस सम्मान राशि को हम उन मजदूरों को देना चाहेंगे जो टनल के अंदर फंसे हुए थे. First Updated : Saturday, 23 December 2023