Video: महिला दिवस के मौके पर PM MODI ने 'लखपति दीदियों' के साथ की बातचीत
प्रधानमंत्री ने लखपति दीदियों को उनके व्यवसाय को ऑनलाइन लाकर अपने उत्पादों के लिए एक बड़ा बाजार हासिल करने की सलाह दी. उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं भारत के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगी.

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2025 को गुजरात के नवसारी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लाखपति दीदियों के साथ एक अनूठी बोर्डरूम-शैली में संवाद किया. इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पटिल भी उनके साथ थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने न तोपेड और पेंसिल के साथ इस बातचीत में महिलाओं द्वारा किए गए प्रयासों और उनके अनुभवों को ध्यान से सुना. अधिकांश महिलाओं ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों और प्रेरणा के कारण लाखपति दीदी बनने में सफलता प्राप्त की. उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी की योजनाओं के कारण उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है.
लखपति से करोड़पति बनाने की योजना
बातचीत के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 3 करोड़ लाखपति दीदी का लक्ष्य जल्द ही पार किया जा सकता है, और भविष्य में यह संख्या 5 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है. महिलाओं ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, कुछ वर्षों में लाखपति दीदी कार्यक्रम की जगह वे 'करोड़पति दीदी' कार्यक्रम में भाग ले सकती हैं.
Do watch this very special interaction with Lakhpati Didis, who epitomise confidence and determination! #WomensDay pic.twitter.com/lUvyIxjpOu
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2025
एक महिला ने बताया कि वह ड्रोन पायलट बनने में सफल हुई हैं, जो प्रधानमंत्री मोदी की मदद से संभव हुआ. उन्होंने कहा कि अब उन्हें घर और गांव में 'पायलट' के रूप में सम्मानित किया जाता है. पीएम मोदी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "ड्रोन दीदी की अपनी एक पहचान है."
इस दौरान एक महिला ने गुजरात का प्रसिद्ध 'खाखरा' भी प्रस्तुत किया, जो अब राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हो गया है. पीएम मोदी ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि खाखरा अब केवल गुजरात तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि देशभर में मशहूर हो चुका है.
महिलाओं को इस तरह से मिलती है मदद
लाखपति दीदी योजना का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, जिसमें आत्म-सहायता समूहों के सदस्य जिनकी सालाना आय 1 लाख रुपये या उससे अधिक होती है, उन्हें अधिक से अधिक व्यवसायिक और कृषि संबंधी अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर महिलाओं की शक्ति और उनके योगदान को भी सम्मानित किया और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने व्यवसायों को और विस्तृत रूप से फैलाएं, जिससे देश में समृद्धि आए.