Ratan Tata: उद्योगपति रतन टाटा का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम को सेंट्रल मुंबई के एक श्मशान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. मुंबई पुलिस ने टाटा को बंदूक की सलामी देकर सम्मानित किया.
वर्ली श्मशान में उनके सौतेले भाई नोएल टाटा सहित परिवार के सदस्य, चेयरमैन एन चंद्रशेखरन जैसे शीर्ष टाटा समूह के अधिकारी मौजूद रहे. श्मशान घाट में रतन टाटा के अंतिम संस्कार के लिए भारी भीड़ देखने को मिली.
रतन टाटा के अंतिम दर्शन के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत राजनीतिक, बिजनेस, खेल और मनोरंजन की दुनिया के कई नामी लोग पहुंचे. वर्ली श्मशान में उनके अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को दक्षिण मुंबई स्थित राष्ट्रीय कला प्रदर्शन केंद्र (एनसीपीए) में जनता के अंतिम दर्शन के लिए सुबह 10.30 बजे से दोपहर 3.55 बजे तक रखा गया, जहां हजारों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रतन टाटा को मरणोपरांत भारत रत्न देने का प्रस्ताव रखा है. राज्य स्तर पर मंजूरी मिल चुके इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. महाराष्ट्र और गुजरात सरकारों ने प्रतिष्ठित उद्योगपति को श्रद्धांजलि देने के लिए एक दिन का शोक घोषित किया है.
रतन टाटा को 2000 में तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म भूषण प्राप्त करने के बाद 2008 में, भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान, पद्म विभूषण मिला. रतन टाटा 1961 में टाटा में शामिल हो गए, जहां उन्होंने टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर काम किया. बाद में वह 1991 में जेआरडी टाटा की सेवानिवृत्ति के बाद टाटा संस के अध्यक्ष बने. First Updated : Thursday, 10 October 2024