Manipur Violence: पूर्वोत्तर में बढ़ी हिंसा, गृह मंत्रालय की रिपोर्ट; पढ़ें...
गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में मणिपुर में जातीय संघर्ष को 2023 में उग्रवाद-संबंधी हिंसा के प्रमुख कारण के रूप में उभारा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर में हुई हिंसा ने पूर्वोत्तर में सुरक्षा स्थिति को प्रभावित किया, जबकि केंद्र सरकार ने राज्य को विशेष सहायता भी प्रदान की है.
Manipur Violence: गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में मणिपुर में जातीय संघर्ष को 2023 में उग्रवाद-संबंधी हिंसा में वृद्धि का मुख्य कारण बताया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, ''मणिपुर मीतेई, नागा, कुकी, ज़ोमी और हमार विद्रोही समूहों की गतिविधियों से प्रभावित रहा. 2023 में कुल 243 उग्रवाद-संबंधी घटनाएं हुईं, जिनमें से 77% घटनाएं मणिपुर में दर्ज की गईं.''
सुरक्षा बलों की कार्रवाई
आपको बता दें कि रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान 40 विद्रोहियों को मार गिराया गया, 407 विद्रोहियों को गिरफ्तार किया गया और 147 हथियार बरामद किए गए. इसके अलावा, 1,595 विद्रोही कैडरों ने 459 हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया.
मणिपुर में जातीय हिंसा
वहीं आपको बता दें रिपोर्ट में बताया गया कि 3 मई 2023 को मणिपुर में मीतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा के कारण बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए और आगजनी की घटनाएं सामने आईं. केंद्र सरकार ने राज्य को 247.26 करोड़ रुपये की विशेष सहायता प्रदान की.
पूर्वोत्तर में सुरक्षा में सुधार
बता दें कि रिपोर्ट के अनुसार, 2014 से 2023 के बीच उग्रवाद की घटनाओं में 71%, सुरक्षा बलों की हताहतों में 60% और नागरिकों की मौत में 82% की कमी दर्ज की गई.
हेलीकॉप्टर सब्सिडी योजना
इसके अलावा आपको बता दें कि दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए गृह मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा और अन्य राज्यों में हेलीकॉप्टर सब्सिडी योजना चलाई है.