जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 24 सीटों पर कल वोटिंग, 219 उम्मीदवारों के भविष्य का होगा फैसला

Jammu Kashmir Assembly Election: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. तीन चरणों में होने वाले मतदान के पहले चरण के लिए कल यानी बुधवार (18 सितंबर) को वोटिंग होगी. मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां मंगलवार सुबह मतदान स्थलों के लिए रवाना हो गईं. इस दौरान पोलिंग पार्टियों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षा बल नजर आए. पहले चरण में 7 जिलों की कुल 24 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा. जिनके लिए कुल 219 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.

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Jammu Kashmir Assembly Election: जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद पहले चरण का विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. धारा 370 हटने के बाद यह पहला चुनाव हो रहा है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में कल 18 सितंबर को 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. जिसमें 23.27 लाख वोटर्स शामिल होंगे. पहले फेज के 24 सीटों में 8 सीटें जम्मू डिवीजन और 16 सीटें कश्मीर घाटी में है. सबसे ज्यादा 7 सीटें अनंतनाग और सबसे कम 2-2 सीटें शोपियां और रामबन जिले की हैं. 

इस दौरान चुनाव की तैयारी पुरी कर ली गई है. पोलिंग पार्टियों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षा बल नजर आए. पहले चरण में 7 जिलों की कुल 24 विधानसभा सीटों के लिए 219 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. तो आइए जानते हैं पहले चरण में होने वाले 24 सीटों के नाम 

इन 24 सीटों पर होंगे मतदान

पहले चरण में कश्मीर संभाग में कुल 16 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा. इनमें पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, जैनपोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, डूरू, कोकरनाग (एसटी), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवारा-बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व और पहलगाम शामिल हैं. जबकि जम्मू संभाग में 8 सीटों पर कल मतदान होगा. इनमें इंदरवाल, किश्तवाड़, पद्दर-नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन और बनिहाल में वोट डाले जाएंगे.

जम्मू क्षेत्र के चुनावी इलाकों पर फोकस

बता दें कि पहले चरण के लिए बीजेपी के स्टार प्रचारकों ने मुख्य रूप से जम्मू क्षेत्र के चुनावी इलाकों पर ध्यान केंद्रित किया, जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अपने प्रचार अभियान में कश्मीर घाटी और जम्मू के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की. विपक्षी दलों के प्रचार अभियान का मुख्य मुद्दा जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करना रहा है. अगस्त 2019 में, केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था. First Updated : Tuesday, 17 September 2024