वक्फ संशोधन विधेयक: AIMPLB ने 'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ' के तहत देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की
वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ, एआईएमपीएलबी "वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ" के तहत एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेगा, जिसका मुख्य उद्देश्य वक्फ संपत्तियों और संवैधानिक अधिकारों पर हाल ही में किए गए विधायी बदलावों के प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाना है.

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने हाल ही में संसद द्वारा पारित वक्फ संशोधन विधेयक की आलोचना करते हुए इसे इस्लामी मूल्यों, शरीयत, धार्मिक स्वतंत्रता और भारतीय संविधान के खिलाफ हमला बताया है. AIMPLB ने यह आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दलों ने भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडे को समर्थन देकर उनके धर्मनिरपेक्ष मुखौटे को उजागर किया है. बोर्ड ने इस विधेयक के खिलाफ एक व्यापक राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है, जो तब तक जारी रहेगा जब तक यह संशोधन पूरी तरह से रद्द नहीं हो जाते.
All India Muslim Personal Law Board (AIMPLB) has declared the recent Waqf Amendments passed by Parliament as a severe assault on Islamic values, religion and Shariah, religious and cultural freedom, communal harmony and the foundational structure of the Indian Constitution.… pic.twitter.com/zi5CviDVeY
— ANI (@ANI) April 5, 2025
'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ'
बोर्ड ने घोषणा की है कि वह इस मुद्दे पर कानूनी और सड़क दोनों तरीकों से लड़ाई लड़ेगा और अगले सप्ताह से देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू करेगा. इस आंदोलन का नाम 'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ' रखा गया है. विरोध प्रदर्शनों का आयोजन दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, पटना, रांची, लखनऊ जैसे शहरों में बड़े पैमाने पर किया जाएगा. विरोध का पहला चरण बकरीद तक चलेगा और इसकी शुरुआत दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होगी. AIMPLB ने इस अभियान में युवाओं को सक्रिय रूप से भाग लेने और इसे शांतिपूर्वक आयोजित करने की अपील की है.
AIMPLB के महासचिव मौलाना मुहम्मद फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने कहा कि वे इस विधेयक का विरोध करने के लिए सभी कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके अपनाएंगे, जिसमें प्रदर्शन, काली पट्टी बांधना, गोलमेज बैठकें और प्रेस कॉन्फ्रेंस शामिल हैं. इसके साथ ही वे इन भेदभावपूर्ण संशोधनों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का भी विचार कर रहे हैं.
आंदोलन पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर आयोजित
यह आंदोलन पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया जाएगा, और इसके समापन पर राष्ट्रपति और गृह मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा. AIMPLB ने इस अभियान के तहत गलत सूचनाओं का मुकाबला करने और सरकार द्वारा फैलाई जा रही झूठी जानकारी को उजागर करने का संकल्प लिया है. उन्होंने इस आंदोलन को योजनाबद्ध और शांतिपूर्वक चलाने की अपील की है ताकि कोई भी विघटनकारी ताकत इसका लाभ न उठा सके.