Waqf Amendment Bill: रिजिजू ने लोकसभा में पेश किया वक्फ बिल, 8 घंटे की होगी तीखी बहस; विपक्ष का जोरदार विरोध
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया गया है. BJP ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है, जबकि विपक्ष इसका विरोध करने के लिए तैयार है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे दल इसे संविधान के खिलाफ मानते हैं, वहीं BJP इसे मुसलमानों के पिछड़े वर्ग के लिए फायदेमंद बता रही है. इस विधेयक पर अगले 8 घंटे तक बहस होगी और इसके बाद यह तय होगा कि ये विधेयक पास होगा या नहीं. क्या विपक्ष का विरोध सफल होगा या फिर BJP इसे पारित करवा पाएगी? जानने के लिए बने रहें हमारे साथ!

Waqf Amendment Bill 2024: आज, 2 अप्रैल 2025 को BJP के सांसद किरेन रिजिजू ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को पेश किया. इस विधेयक पर अब अगले आठ घंटे तक बहस होने की उम्मीद है. इस बिल को लेकर सत्तारूढ़ NDA और विपक्षी दलों के बीच तीखी बहस होने की संभावना है. भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है ताकि वे बिल की चर्चा के दौरान सदन में मौजूद रहें. वहीं, विपक्षी गठबंधन इंडिया ने बिल का विरोध करने का ऐलान किया है.
विरोध और समर्थन की राजनीति
विपक्षी दल जैसे कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य दलों ने वक्फ संशोधन विधेयक को संविधान के खिलाफ और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला बताया है. उनका कहना है कि इस विधेयक के माध्यम से सरकार अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर अधिक नियंत्रण चाहती है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी मोहसिन रजा ने इसे हाशिए पर पड़े मुसलमानों के लिए 'सबसे बड़ी ईदी' बताया और प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया. रजा ने विपक्ष से अपील की है कि वे इस विधेयक का समर्थन करें, क्योंकि यह मुस्लिम समाज के पिछड़े वर्ग के लिए फायदेमंद होगा.
NDA और विपक्ष की ताकत का आंकलन
लोकसभा में संख्याबल के हिसाब से NDA की स्थिति मजबूत मानी जा रही है. NDA के पास 293 सांसद हैं जबकि बिल को पास करने के लिए 272 वोटों की जरूरत होती है. इस प्रकार, NDA को विधेयक को पास कराने में कोई बड़ी समस्या नहीं होनी चाहिए, हालांकि विपक्षी दलों की तरफ से विरोधी स्वर भी मजबूत हो सकते हैं. विपक्ष का कहना है कि वक्फ संशोधन विधेयक अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर सरकार के हस्तक्षेप को बढ़ाता है जबकि BJP इसे समाज के पिछड़े वर्गों के हित में बता रही है.
विपक्ष का मुखर विरोध, पर क्या यह पास होगा?
लोकसभा में आज इस बिल पर होने वाली चर्चा के दौरान विपक्ष अपने विरोध को मजबूती से रखेगा. लेकिन BJP के पास बहुमत होने के कारण विधेयक के पास होने की पूरी संभावना है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि यह विधेयक मुसलमानों के अधिकारों पर खतरा हो सकता है, जबकि BJP इसे एक सकारात्मक कदम बता रही है.
अर्थव्यवस्था और राजनीतिक दृष्टिकोण से अहम बिल
वक्फ संशोधन विधेयक केवल कानूनी ही नही बल्कि राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है. इसके पास होने से BJP को समाज के मुस्लिम वर्ग में अपना समर्थन बढ़ाने का मौका मिल सकता है, जबकि विपक्ष इसे अपनी राजनीति के लिए चुनौती मानता है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लोकसभा में इस बिल पर कैसी बहस होती है और आखिरकार इसका क्या परिणाम निकलता है.
क्या होगा वक्फ विधेयक का भविष्य?
इस बिल की सफलता के लिए BJP ने पूरी ताकत झोंक दी है और विपक्ष भी इसे अपनी रणनीति का हिस्सा बना चुका है. आने वाले समय में यह बिल भारतीय राजनीति के लिए एक अहम मील का पत्थर साबित हो सकता है. अब यह तय होगा कि इस विधेयक के पारित होने के बाद मुसलमानों के हितों की रक्षा होती है या सरकार की शक्तियों का विस्तार होता है.