हम इसे कोई महत्व नहीं देते..भारत ने अमेरिका मानवाधिकार रिपोर्ट को इस अंदाज में किया रिएक्ट
25 अप्रैल गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी मानवाधिकार रिपोर्ट गहरा पक्षपातपूर्ण है और कहा कि केंद्र सरकार इसे कोई महत्व नहीं देती.
25 अप्रैल गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी मानवाधिकार रिपोर्ट गहरा पक्षपातपूर्ण है और कहा कि केंद्र सरकार इसे कोई महत्व नहीं देती. रिपोर्ट में मई 2023 में जातीय संघर्ष के फैलने के बाद मणिपुर में महत्वपूर्व दुर्व्यवहार बीबीसी पर कर अधिकारियों द्वारा छापे और कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या जैसे अंतरराष्ट्रीय दमन के मामलों को देखा गया है.
भारत ने अमेरिका में नस्लीय हिंसा और फायरिंग के मामलों का जिक्र किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को वीकली मीडिया ब्रीफिंग में कहा एक डाइवर्स सोसायटी के तौर पर भारत धार्मिक आजादी और मानवाधिकारों का सम्मान करता है. अमेरिका के साथ बातचीत में हमने वहां के मुद्दों पर ध्यान दिलाया है. इसमें नस्ल और मूल के आधार पर होने वाले हमले, हेट क्राइम्स और गन वॉयलेंस के मुद्दे शामिल हैं.
अमेरिका में कोलंबिया विश्वविद्यालय और अन्य विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल कहते हैं, "हमने इस मामले पर रिपोर्ट देखी हैं और संबंधित घटनाओं पर नज़र रख रहे हैं. हर लोकतंत्र में, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समझ के बीच सही संतुलन होना चाहिए." ज़िम्मेदारी और सार्वजनिक सुरक्षा और व्यवस्था के मामले में, लोकतंत्रों को विशेष रूप से अन्य साथी लोकतंत्रों के संबंध में यह समझ प्रदर्शित करनी चाहिए, आख़िरकार, हम सभी का मूल्यांकन इस आधार पर किया जाता है कि हम घर पर क्या करते हैं, न कि हम विदेश में क्या कहते हैं."
ईरान द्वारा जब्त किए गए जहाज पर चालक दल के 16 भारतीय सदस्यों के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल का कहना है, "वहां मौजूद एक लड़की वापस आ गई है. हमने इन 16 लोगों के लिए कांसुलर एक्सेस मांगा था और हमें वह मिल गया और हमारे अधिकारी उनसे मिले. उनका स्वास्थ्य ठीक है." अच्छा है और जहाज़ पर किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है."