Nuh Violence: ब्रजमंडल यात्रा के दौरान शामिल हथियार को लेकर उठा सवाल, गोरक्षक बिट्टू बजरंगी ने दिया ये जवाब
Nuh Violence: बिट्टू बजरंगी खुद को गोरक्षक बताता है और यह भी ब्रजमंडल यात्रा में शामिल हुआ था. धार्मिक यात्रा के दौरान हथियार लहराने और हिंसा को लेकर पूछे गए सवाल में उसने कहा कि तलवारें पूजा करने के लिए लाई गई थीं.
हाइलाइट
- ब्रजमंडल यात्रा में शामिल हुआ था बिट्टू बजरंगी
- यात्रा के दौरान देखी गई तलवारें और बंदूकें
- बिट्टू बजरंगी ने दूसरे समुदाय को दी थी चुनौती
Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में सोमवार, (31 अगस्त) को विश्व हिन्दू परिषद (VHP) और बजरंग दल (Bajrang Dal) द्वारा आयोजित ब्रजमंडल कलश यात्रा के दौरान भड़की संप्रदायिक हिंसा की आग प्रदेश के विभिन्न इलाकों में फैल चुकी है. इस हिंसा में अब तक कुल छह लोगों की मौत हो गई है. हिंसा की खबर के बीच मोनू मानेसर (Monu Manesar) का नाम काफी सुर्खियों में है. दरअसल, इस यात्रा से पहले मोनू मानेसर ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसे इस हिंसा का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. मोनू मानेसर नासिर- जुनैद हत्याकांड का आरोपी है.
वहीं पुलिस पर भी सवाल उठ रहा है कि तनावपूर्ण माहौल होने के बाद भी इस यात्रा की अनुमति क्यों दी गई. पुलिस का दावा है कि इस यात्रा के दौरान हथियार नहीं रखने की बात हुई थी. लेकिन हिंसा से जुड़े जो वीडियो सामने आ रहा है, उसमें साफ देख जा सकता है कि लोगों की हाथों में तलवारें और बंदूकें हैं.
हिंसा में बिट्टू बजरंगी के नाम की चर्चा
इस हिंसा से एक और नाम जुड़ रहा है, वह है बिट्टू बजरंगी. जो खुद को गोरक्षक बताता है और यह भी ब्रजमंडल यात्रा में शामिल हुआ था. धार्मिक यात्रा के दौरान हथियार लहराने और हिंसा को लेकर मीडिया से बात करते हुए बिट्टू बजरंगी ने कहा कि तलवारें पूजा करने के लिए लाई गई थीं.
बिट्टू बजरंगी (Bittu Bajrangi) ने बातचीत के दौरान बताया की हर साल की तरह इस बार भी हमने शोभा यात्रा का आयोजन किया गया था. यात्रा को नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर (Nalhar Mahadev Mandir) तक जाना था. जिसमे सैकड़ों महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थें. हमने मंदिर में पूजा की, कीर्तन किया और और जैसे ही वापस आने लगे, तो देखा कि आगे वाली गाड़ियों में आग लगाई जा रही थी.
मस्जिद से की जा रही थी फायरिंग- बिट्टू बजरंगी
मोनू मानेसर का कथित साथी बिट्टू बजरंगी ने इस हिंसा को लेकर आगे बताया, सड़क के किनारे एक छोटी मस्जिद थी, जहां 200 से 250 लोग थे. वो लोग पूरी तरह से तैयार और हथियारों से लैस थे. उन्होंने वहां से गोलीबारी शुरू कर दी. बिट्टू ने कहा कि वो इस दौरान महिलाओं और बच्चों के लिए चिंतित था. इसके बाद हमने वापस मंदिर लौटने का फैसला किया. हमें वही जगह सुरक्षित लगी.
हथियारों को लेकर बिट्टू बजरंगी ने क्या कहा?
सामने आये हिंसा से जुड़े वीडियो में यात्रा के दौरान हथियार को देखा गया, इसे लेकर बिट्टू बजरंगी ने कहा कि कुछ लोग हथियार ले जा रहे थे, लेकिन वो सभी लाइसेंसी हथियार थे. साथ ही जो तलवारें हम ले जाते हैं, उनका इस्तेमाल पूजा के लिए किया जाता है.
बता दें कि मोनू मानेसर के वीडियो के साथ बिट्टू बजरंगी का भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो दूसरे समुदाय को खुली चुनौती देता हुआ दिख रहा है. वीडियो में बिट्टू को अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए भी देखा गया. इस इंटरव्यू के दौरान उसने इसे लेकर कहा कि उसने धमकी देने वालों को वीडियो बनाकर जवाब दिया.