Weather Update: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से पारा गिर गया है. लद्दाख के द्रास में सोमवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जिससे न्यूनतम तापमान शून्य से 5.8 डिग्री नीचे पहुंच गया. वहीं, पंजाब और हरियाणा समेत कई मैदानी इलाकों में बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. कई जगहों पर लगातार बारिश के कारण धान की फसल खेतों में बिछ गई है और मंडियों में रखा धान भीग गया है.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में मंगलवार तक बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है. अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु और केरल में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है.
पहाड़ों पर बर्फबारी
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को पूरे दिन पहाड़ों पर बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश जारी रही. बर्फबारी के कारण कश्मीर को पुंछ और राजौरी जिलों से जोड़ने वाला मुगल रोड यातायात के लिए बंद कर दिया गया. गुरेज-बांदीपुरा और कुपवाड़ा-करनाह सड़कें लगातार तीसरे दिन बंद रहीं. कश्मीर में गुलमर्ग के अफ्रावत, साधना टॉप, गुरेज, मार्गन टॉप, पीर की गली और अन्य उच्च पर्वतीय इलाकों में चार से छह इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई.
बर्फबारी के चलते कटरा में चल रहे नवरात्रि उत्सव के कारण कुछ कार्यक्रम स्थगित करने पड़े. इसके साथ ही वहां पर निकलने वाला जुलूस भी स्थगित कर दिया गया है.
तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया
उत्तराखंड में चारधाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में अच्छी बर्फबारी हुई, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बर्फबारी के कारण न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है. कड़ाके की ठंड के बावजूद तीर्थयात्रियों का उत्साह कम नहीं हुआ. बर्फबारी का आनंद लेते हुए श्रद्धालु दिन भर दर्शन के लिए पहुंचते रहे. चारधाम यात्रा चल रही है.
खेतों में बिखरी फसल, मंडियों में भीगा हजारों टन धान
तेज हवा के साथ हुई बारिश से जम्मू और आसपास के इलाकों में बासमती धान को भारी नुकसान हुआ है. मौसम का असर खेतों में लगी सामान्य धान की फसल पर भी पड़ा है. पंजाब में रविवार और सोमवार को हुई बारिश के कारण धान की पकी फसल खेतों में बिछ गई है और मंडियों में हजारों टन धान भी भीग गया है. उठान न होने से 15.66 लाख टन धान मंडियों में पड़ा हुआ है. इसमें से अधिकांश धान गीला हो गया है. First Updated : Tuesday, 17 October 2023