Weather Update : दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने ली करवट, आईएमडी ने अगले 5 दिनों तक जारी किया बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों तक मौसम की यह स्थिति बने रहने की संभावना जताई है। हरियाणा में आज से आगामी 4 दिनों तक लगातार बारिश, आंधी और ओला गिरने का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। रविवार 30 अप्रैल की शाम से ही दिल्ली और आसपास के इलाकों में तेज हवाएं चली, साथ ही बारिश भी हुई। मौसम में इस बदलाव के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली है। आमतौर पर मई महीने की शुरुआत चिपचिपी गर्मी और लू के साथ होती है। लेकिन इस वर्ष आज 1 मई से नए महीने का आरंभ सुहावने मौसम के साथ हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों तक मौसम की यह स्थिति बने रहने की संभावना जताई है।
IMD ने जारी किया अलर्ट
5 Day warning graphics showing reduction in warnings from 4th May. pic.twitter.com/XUPavpgh8Q
— India Meteorological Department (@Indiametdept) April 30, 2023
मौसम विभाग ने दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में आने वाले पांच दिनों के दौरान बारिश का अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने कहा कि 1 मई से 4 मई तक वर्षा के कारण कई राज्यों में मौसम सुहावना बना रहेगा। वहीं देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
इसके साथ ही राजधानी में 25 से 35 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ओलावृष्टि की संभावना जताई है।
इन राज्यों में बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक आज सोमवार को हरियाणा के गोहाना और यूपी के गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़, गुलौटी, सियाना, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, राजौंद, असंध, सफीदों, देवबंद, नजीबाबाद, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हस्तिनापुर, चांदपुर, मेरठ, किठौर, समेत कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।
वहीं हरियाणा की बात करें तो हरियाणा में आज से आगामी 4 दिनों तक लगातार बारिश, आंधी और ओला गिरने का अनुमान है। आईएमडी ने 2 मई को राज्य में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 2 मंगलवार को हरियाणा में भारी बारिश हो सकती है।
पहाड़ों का मौसम अपडेट
आईएमडी ने आने वाले कुछ दिनों में शिमला में बर्फबारी होने की चेतावनी दी है। साथ ही उत्तराखंड में भी लोगों को बर्फबारी का सामना करना पड़ सकत है। वहीं अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है।