पश्चिम बंगाल कंचनजंगा ट्रेन एक्सीडेंट: 9 की मौत हादसा या लापरवाही? Video में जानें पूरी कहानी

West Bengal Kanchenjunga Train Accident: इस हादसे में करीब 9 लोगों की मौत हो गई है. कुल 62 लोगों को बचाया गया और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. कुल 47 घायल यात्रियों का फिलहाल मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. रंग पानी रेलवे स्टेशन और कटार हार्ट जंक्शन के बीच स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली सुबह 05:50 बजे से ही खराब थी. इसी स्थान पर एक मालगाड़ी ने सियालदाह कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी थी. 

JBT Desk
JBT Desk

 

West Bengal Kanchenjunga Train Accident: बीते दिन 17जून को हादसे का शिकार हुई कंचनजंगा एक्सप्रेस ने कई सवालों को जन्म दिया है. सबसे बड़ा सवाल ये कि हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ या फिर मालगाड़ी के लोको पायलट ने नियमों की अनदेखी कर दी. इस हादसे में करीब 9 लोगों की मौत हो गई है. कुल 62 लोगों को बचाया गया और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया.  कुल 47 घायल यात्रियों का फिलहाल मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. रंग पानी रेलवे स्टेशन और कटार हार्ट जंक्शन के बीच स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली सुबह 05:50 बजे से ही खराब थी.  इसी स्थान पर एक मालगाड़ी ने सियालदाह कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी थी. 

कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदाह जा रही थी.  रंग पानी रेलवे स्टेशन पर यह हादसा हुआ. हादसा इतना जबरदस्त था कि ट्रेन के डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए.  इस दुर्घटना में मालगाड़ी के ड्राइवर और असिस्टेंट ड्राइवर की मौत हो गई, जबकि कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड की भी जान चली गई.  रेलवे प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुट गई हैं.  रेलवे बोर्ड और पीएमओ की ओर से मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया गया है. वह रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष की ओर से कहा गया है कि प्रारंभिक जांच में पता चला है मालगाड़ी के ड्राइवर ने सिग्नल को अनदेखा किया और कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी. 

वहीं कुछ सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि ट्रेन संख्या 13174  यानी कि सियालदाह कंचनजंगा एक्सप्रेस सुबह 08:27 बजे पर रंग पानी स्टेशन से रवाना हुई थी और सुबह 05:50 बजे पर स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली के खराब होने के चलते रानीपतरा रेलवे स्टेशन और छत्तर हाल्ट के बीच रुक गई. जब स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली विफल हो जाती है तो स्टेशन मास्टर टीए 912 नाम का एक लिखित अधिकार पत्र जारी करता है जो चालक को खराबी के कारण उस सेक्शन के सभी रेड सिग्नलों को पार करने का अधिकार देता है.  सूत्र दावा करते हैं कि रानीपतरा के स्टेशन मास्टर ने ट्रेन नंबर 1317 चार को टीए 912 जारी किया था.  जी अब सीधे नाम की एक मालगाड़ी लगभग उसी समय 08:42 बजे पर रंग पानी से रवाना हुई और 13174  नंबर ट्रेन के पिछले हिस्से से टकरा गई.  जिसके बाद गार्ड का डिब्बा, दो पार्सल डिब्बे और एक सामान्य डिब्बा पटरी से उतर गए. 

फिलहाल यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि क्या मालगाड़ी को खराब सिग्नल के बावजूद तेज गति से पार करने के लिए टीए 912 दिया गया था या फिर लोको पायलट ने खराब सिग्नल के नियम का उल्लंघन किया था. यह जानने के लिए बने रहे वीडियो के अंत तक.

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो