West Bengal: ममता बनर्जी के करीबी मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक गिरफ्तार, राशन घोटाले में ईडी ने की थी छापेमारी
West Bengal: प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी गुरुवार देर रात से ही ज्योतिप्रिय मलिक से जुड़े परिसरों पर छापेमारी कर रहे थे. उनका नाम राशन घोटाले में सामने आया है.
West Bengal: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम ने राशन वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार के एक कथित मामले में पश्चिम बंगाल के मौजूदा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता ज्योतिप्रिय मलिक को गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर लिया. ईडी ने काफी जांच के बाद उन्हें राशन घोटाले में गिरफ्तार किया है. इसके पहले भी केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने राज्य में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की थी.
पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी करीब 17 घंटे तक चली. ईडी ने गुरुवार तड़के छापेमारी शुरू की. एक अधिकारी ने बताया कि ये छापेमारी कई करोड़ रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में की जा रही है.
अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने केंद्रीय बलों की एक टीम की मदद से कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में स्थित राज्य के वन मंत्री मलिक के दो घरों पर छापेमारी की. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी ने मध्य कोलकाता के एमहर्स्ट स्ट्रीट स्थित उनके पैतृक घर की भी तलाशी ली.
ममता ईडी के खिलाफ केस करेंगी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोपहर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मलिक अस्वस्थ हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आवासों की तलाशी के दौरान मलिक को कुछ हुआ तो वह भारतीय जनता पार्टी और ईडी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगी.
बचाव में क्या बोलीं ममता बनर्जी?
ममता बनर्जी ने ईडी की छापेमारी को विपक्षी नेताओं के खिलाफ बीजेपी का गंदा राजनीतिक खेल भी बताया. यह घोटाला सार्वजनिक वितरण प्रणाली और कोविड-19 के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान खाद्यान्न वितरण में कथित अनियमितताओं से संबंधित है.
आपको बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने हाल ही में राज्य में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम के आवास भी शामिल थे.