Badruddin Ajmal: केंद्र की मोदी सरकार वक्फ बोर्ड अधिनियम में बड़े संशोधन करने की तैयारी कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कैबिनेट ने वक्फ अधिनियम में करीब 40 संशोधनों को मंजूरी दी है. मोदी सरकार इस कदम के तहत वक्फ बोर्ड के किसी भी संपत्ती को वक्फ संपत्त बनाने की शक्तियों पर अंकुश लगाना चाहती हैं. ऐसे में इस बिल को लाए जाने की मीडिया रिपोर्टों पर AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद, वक्फ बोर्ड के पास कोई शक्ति नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इसका विरोध करेगी. मैं सभी धर्मनिरपेक्ष सांसदों, टीएमसी के मुस्लिम सांसदों, राहुल गांधी और खड़गे जी को पत्र लिखूंगा कि वे इस विधेयक को संसद में पारित न होने दें.
इस बीच बदरुद्दीन अजमल असम सरकार द्वारा असम मुस्लिम विवाह तलाक पंजीकरण अधिनियम, नियम 1935 को निरस्त करने के फैसले पर कहा, 'बाजार में जाइए और आपको पता चलेगा कि लोग आपसे कितने परेशान हैं. आपको वास्तविक मुद्दों पर बात करनी चाहिए. यह लोकतंत्र है, हिटलर का समय नहीं. आपको लोकतंत्र का सम्मान करना चाहिए. आप एक समुदाय को निशाना बना रहे हैं. हिंदू भाई भी इसे समझते हैं. असम के विकास में आपकी क्या भूमिका है? जो भी काम हो रहा है वह विश्व बैंक द्वारा दिए गए पैसे से हो रहा है.
इस दौरान बदरुद्दीन अजमल ने असम के मुख्यमंत्री के 'भूमि जिहाद' और 'लव जिहाद' पर बयानों और राज्य सरकार द्वारा दो नए विधेयक लाने की योजना पर कहा, 'असम की जमीन पर सभी का अधिकार है. भारत का कोई भी व्यक्ति यहां जमीन खरीद सकता है. यह कश्मीर नहीं है. वे कौन सा कानून लाएंगे? यह केवल हिंदू भाइयों को खुश करने के लिए है. देश में 97-98% हिंदू धर्मनिरपेक्ष हैं, वे सांप्रदायिक नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि एक बड़े भाई के रूप में, मैं उन्हें (असम के मुख्यमंत्री को) सलाह देता हूं कि वे इस तरह के बयान देना बंद करें. 'लव जिहाद' क्या है? भारतीय फिल्म उद्योग में, कई बड़े फिल्मी सितारों की पत्नियाँ हिंदू हैं. आप क्या करेंगे? आप उन्हें पकड़ नहीं सकते लेकिन आप गरीब लोगों को परेशान करेंगे. आप पर गेरुआ रंग का असर चढ़ गया है.'
First Updated : Monday, 05 August 2024