Mann Ki Baat: हज और मुसलमानों को लेकर क्या बोले पीएम मोदी; सऊदी सरकार को भी कहा- शुक्रिया
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देशवासियों से मन की बात की. आज मन की बात का ये 103वां एपिसोड था, जिसमें उन्होनें हज यात्रा पर भी बात की.
हाइलाइट
- प्रोग्राम में बारिश और बाढ़ से हुई तबाही पर बात की
- बिना पुरुष साथी के 4000 महिलाओं ने किया हज- पीएम
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी जुलाई के आख़िरी रविवार को मन की बात के 103वें एपिसोड में देश को संबोधित किया. इस मौक़े पर पीएम मोदी ने देश के कई हिस्सों में सैलाब को लेकर बात की. साथ ही उन्होंने आज के प्रोग्राम में हज को लेकर भी अपने विचार रखे. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने सऊदी सरकार का भी शुक्रिया अदा किया है.
हज यात्रा पर भी बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने मन की बात में हज यात्रा को लेकर बात की. जिसमें उन्होनें बताया कि 'मुझे मुस्लिम महिलाओं से भी बड़ी तादाद में पत्र मिले हैं जो हाल ही में 'हज' पूरा करके लौटी हैं. इन महिलाओं ने अकेले ही हज का सफर पूरा किया है. इनके साथ कोई भी पुरुष नहीं था. बिना 'मेहरम' के हज का सफर करने वाली औरतों की तादाद 4,000 से ज्यादा है.' इसके साथ ही उन्होनें आगे कहा कि यह एक बहुत बड़ा चेंज है, पहले मुस्लिम औरतें बिना किसी 'मेहरम' के 'हज' करने नहीं जाती थी. लेकिन अब अकेले ही 4,000 औरतें हज करके आईं हैं इसके लिए मैं सऊदी अरब सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में हज पॉलिसी में जो बदलाव किए गए हैं, जिसको खूब एप्रिशिएट किया गया है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को हज पर जाने का मौका मिल रहा है. इस के बारे में हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों ने मुझे बहुत कुछ लिखा है.
अपनी बात आगे रखते हुए पीएम ने कहा कि उनकी ये यात्रा कई मायनों में बहुत ही खास थी क्योंकि इसके पहले मुस्लिम महिलाओं को बिना मेहरम, हज करने की अनुमती नहीं थी. मैं सऊदी अरब सरकार का भी आभार व्यक्त करता हूं. जिन्होनें बिना मेहरम हज पर जा रही महिलाओं के लिए वुमन कॉर्डिनेटर्स की नियुक्ति की थी.
बाढ़ से हुई तबाही पर भी का बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात प्रोग्राम में बारिश और बाढ़ से हुई तबाही पर बात की. पीएम मोदी ने कहा कि देश में बाढ़ से लोगों को बहुत परेशानी हुई. पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आईं, इसपर पीएम ने जनता की तारीफ करते हुए कहा कि देशवासियों ने दिखा दिया कि सामूहिक प्रयासों की ताकत क्या होती है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आम जनता ने मिलकर काम किया और सामूहिक ताकत दिखाई.