साइबर क्राइम से बचने के लिए क्या करते हैं PM मोदी? अधिकारियों को दी बिलगेट्स से मिली टिप्स
PM Modi: साइबर क्राइम को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को यह भी सलाह दी है कि हर कार्यालय में एक व्यक्ति को दिन के अंत में यह सुनिश्चित करने के लिए नियुक्त किया जा सकता है कि सभी सिस्टम लॉग आउट हो गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब वे घर जाते हैं तो अपने सिस्टम से लॉग आउट जरूर करते हैं.
PM Modi: देश में साइबर क्राइम (Cyber Crime) के मामलों में हर साल इजाफा हो रहा है. हर रोज लोगों के बैंक अकाउंट और निजी डेटा में साइबर अपराधी सेंध लगा देते हैं. हर दिन नए नए तरीके से साइबर क्राइम के मामले सामने आते हैं. आपकी एक लापरवाही के वजह से आप इसके शिकार हो सकते हैं. लेकिन कुछ एहतियात बरत कर आप इससे बच भी सकते हैं. इस पर अब पीएम मोदी ने बताया कि कैसे वह साइबर क्राइम से बचने के लिए काम करते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में एक बैठक की जिसमें उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि हर कार्यालय में एक व्यक्ति को दिन के अंत में यह सुनिश्चित करने के लिए नियुक्त किया जा सकता है कि सभी सिस्टम लॉग आउट हो गए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि वह खुद इस सलाह का पूरी तरह से पालन करते हैं. उन्होंने कहा कि वह सुनिश्चित करते हैं कि जब वह घर जाते हैं तो अपने सिस्टम से लॉग आउट हो जाते हैं और अधिकारियों को यह भी बताया कि कैसे खुले सिस्टम साइबर हमलों के लिए प्रवण हो सकते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को दी सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को इस साल की शुरुआत में माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स के साथ अपनी बैठक के बारे में बताया और बताया कि कैसे उन्होंने साइबर सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की. प्रधानमंत्री की बैठक के बाद कैबिनेट सचिव ने सभी मंत्रालयों को लिखित निर्देश जारी किए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, 'मंत्रालयों को अपने आईटी सिस्टम को ईजी बनाने के लिए कदम उठाने और साइबर सुरक्षा दिशा-निर्देशों और प्रोटोकॉल का ईमानदारी से पालन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को संवेदनशील बनाने के निर्देश दिए गए हैं.'
साइबर सुरक्षा सरकार के लिए बड़ी चिंता
पिछले कुछ सालों में, सरकारी सिस्टम पर कई साइबर हमलों के बाद साइबर सुरक्षा सरकार के लिए एक बड़ी चिंता बन गई है. भारत के प्रमुख अस्पताल एम्स पर दिसंबर 2022 में एक बड़ा साइबर हमला हुआ. निजीकरण से पहले एयर इंडिया पर भी 2021 की शुरुआत में एक बड़ा हैकिंग हमला हुआ था, जिसमें उसके लाखों ग्राहकों का डेटा लीक हुआ था.
एक साल में 27 लाख शिकायतें दर्ज
इस साल की शुरुआत में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सरकार की ओर से बढ़ाई गई सतर्कता की वजह से भारत में साइबर धोखाधड़ी का पता लगाया जा रहा है और पिछले साल देश में साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी करीब 27 लाख शिकायतें दर्ज की गई हैं. शाह ने कहा कि भारत में साइबर धोखाधड़ी के मामले बढ़े नहीं हैं, लेकिन 'अब धोखाधड़ी का पता लगाया जा रहा है. हमने एक टोल फ्री नंबर भी उपलब्ध कराया है. इसलिए यह हाईलाइट हो रहा है.' उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतों के सफल समाधान के कारण लोग उस नंबर पर कॉल कर रहे हैं.