Happy Birthday Jaya Bachchan: हिंदी फिल्म इंडस्टी की जानी मानी एक्ट्रेस और अब राजनीति में कमाल दिखा रहीं जया बच्चन किसी के पहचान की मोहताज नहीं है. आज के समय में जया बच्चन पर्दे के साथ- साथ राजनीति की दुनिया में भी कमाल कर रही है. 9 अप्रैल मंगलवार को उनका 76वां जन्मदिन मनाया जाएगा. इस मौके पर आज हम जया बच्चन के बारे में कुछ ऐसे दिलचस्प फैक्ट बताने जा रहे हैं कि जब वो फिल्म सिलसिले में सूटिंग कर रही थी तो उस दौरान एक्टिंग के वक्त ऐसा क्या हुआ था कि वो एक्टिंग ही छोड़ के चली गई है आइए जानते हैं दिलचस्प किस्से...
फिल्म सिलसिले के दौरान इस कारण से किया किनारा
दरअसल 1981 की फिल्म 'सिलसिला' में पहले रेखा और अमिताभ बच्चन के साथ परवीन बॉबी को चुना गया था, लेकिन बाद में उनकी जगह जया बच्चन को ले लिया गया. दरअसल, रंजीत ने परवीन बाबी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए कहा कि पॉपुलर फिल्म का हिस्सा ना बन पाने के लिए वह परेशान थीं. फिल्म सिलेसिले के दौरान जया बच्चन कि बेटी स्वेता ने कहा कि आप तो पापा को काम करने और हम घर के रहें हमारे साथ और इस बात को जया बच्चन ने सोचा और ये फैसला लिया वो अब समय आपने परिवार को देंगी और फिल्मों से किनारा कर लिया.
जया बच्चन की जीवनी
हिंदी फिल्म स्टार जया बच्चन का जन्म 9 अप्रैल 1948 को हुआ था फिलहाल को भारतीय अभिनेत्री के साथ- साथ राजनीतिज्ञ है. वह समाजवादी पार्टी से राज्यसभा में संसद सदस्य के रूप में कार्य कर चुकी हैं. हिंदी फिल्मों में अपने काम के लिए जानी जाने वाली, वह मुख्यधारा और "मध्यमार्गी" सिनेमा दोनों में अभिनय की एक प्राकृतिक शैली को मजबूत करने के लिए जानी जाती हैं.
अभिनेत्री से लेकर जया बच्चन का सियासी सफर
जया बच्चन अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जोसेफ कॉन्वेंट सीनियर सेकेन्डेरी स्कूल, भोपाल से पूरी की. वर्ष 1966 में उन्हें NCC का राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार मिला. इसके अलावा उन्होंने फिल्म एण्ड टेलीविज़न इन्स्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे में ऐक्टिंग का गुर सीखा और वह गोल्ड मेडल के साथ पास हुईं. जया बच्चन ने 15 साल की उम्र में अपना करियर शुरु किया.
उनकी पहली बंगाली फिल्म महानगर में आई. इसके बाद वो मुंबई आ गई और इसके बाद उन्होंने कई भाषाओं और फिल्मों में काम किया. जिनमें जवानी दीवानी, उपहार, अनामिका, अभिमान, शोले, बावर्ची, चुपके चुपके और जंजीर जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में शामिल हैं. सिलसिला (1981) में अपने पति अमिताभ के साथ काम करने के बाद वह लम्बे समय के ब्रेक पर चली गईं. इसके अलावा उन्होंने 'शहंशाह'(1988) की पटकथा भी लिखी जिसमें उनके पति लीड रोल में थे. First Updated : Monday, 08 April 2024