क्या होती है नाइटहुड उपाधि? अंग्रेजों ने रविंद्रनाथ टैगोर को दी थी लेकिन उन्होंने कर दी थी वापस
बांग्ला साहित्य के महान कवि रवींद्रनाथ टैगोर की आज 163 जयंती मनाई जा रही है. हर साल इस दिन, कई बंगाली और भारत के लोग कवि को याद करने के लिए एक खुशी समारोह में भाग लेते हैं. कविगुरु के हाथों एक नया अध्याय रचा गया है.
Rabindranath Tagore: बांग्ला साहित्य के महान कवि रवींद्रनाथ टैगोर की आज 163 जयंती मनाई जा रही है. हर साल इस दिन, कई बंगाली और भारत के लोग कवि को याद करने के लिए एक खुशी समारोह में भाग लेते हैं. कविगुरु के हाथों एक नया अध्याय रचा गया है. उन्होंने विश्व के दरबार में बंगाली साहित्य, संस्कृति और कला में पुनर्जागरण स्थापित किया. उनके द्वारा रचित कविताएं, गीत, कहानियां, उपन्यास आज भी लोगों को आकर्षित करते हैं.
रवीन्द्रनाथ ने अपने साहित्य के माध्यम से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्होंने देश को आजाद कराने के लिए आम लोगों के मन में देशभक्ति की लहर जगाने के लिए अनेक देशभक्ति गीत लिखे और अंग्रेजों द्वारा दी गई 'नाइटहुड उपाधि' का भी त्याग कर दिया. कविगुरु की 161वीं जयंती पर आइए जानते हैं कि विश्वकवि ने शूरवीर की उपाधि छोड़ने का फैसला क्यों किया और ये नाइटहुड उपाधि क्या है.
नरसंहार के विरोध में अंग्रेजों को लौटाई थी उपाधि
1913 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने के बाद, रवीन्द्रनाथ टैगोर को उनकी साहित्यिक प्रतिभा के सम्मान में 3 जून 1915 को अंग्रेजों द्वारा नाइट की उपाधि दी गई थी. लेकिन 31 मई, 1919 को उन्होंने यह उपाधि छोड़ दी. क्योंकि कविगुरु जलियांवाला बाग की हत्या को स्वीकार नहीं कर सके. घटना के बाद उन्हें पता चला और उन्होंने इस नृशंस हत्या के विरोध में यह फैसला लिया.घटना को सुनने के बाद उन्हें लगा कि अंग्रेजों के इस बर्बर व्यवहार को पूरी दुनिया के लोगों के सामने उजागर किया जाना चाहिए. फिर उन्होंने अपनी नाइटहुड त्याग कर विरोध करने का निर्णय लिया.
क्या होती है नाइटहुड उपाधि
इंग्लैड का सर्वोच्च सम्मान नाइटहुड है. ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश अंपायर, यानि की ब्रिटिश अंपायर की तरफ से ये सम्मान या ये टाइटल उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने लंबे समय तक कला, विज्ञान, मेडिकल या सरकार में महत्वपूर्ण योगदान दिया होता है. नाइटहुड उपाधि ऐसी सम्मानजनक उपाधि है जो यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, और अन्य ब्रिटिश कॉमनवेल्थ देशों में प्रदान की जाती है. यह उपाधि उन लोगों को प्रदान की जाती है जिन्होंने समाज के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया हो. नाइटहुड उपाधि के कई स्तर होते हैं, जिनमें से सबसे उच्च स्तर 'सर' की उपाधि है.