Mahadev App Scam: क्या है महादेव ऐप स्कैम? कंपनी हर रोज कमा रही है 200 करोड़.... जानें मालिका का प्लान
महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप कई वेबसाइट व ऐप का सिंडिकेंट है. रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने इस एप को शुरू किया था.
Mahadev App Scam: महादेव सट्टा एप पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है, ईडी ने कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की है. इस कार्रवाई में करीब 417 करोड़ को फ्रीज किए गए हैं. बता दें कि एजेंसी ने कोलकाता, मुंबई और भोपाल में छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि ईडी ने अपनी जांच के दौरान कई आपत्तिजनक सामग्री को जब्त किया है. भोपाल में की गई कार्रवाई में कौन-कौन से डाक्यूमेंट हाथ लगे हैं, इसका पूरी तरीके से खुलासा नहीं किया गया है.
रणबीर कपूर को ईडी ने किया समन
बता दें कि महादेव एप स्कैम में बॉलीवुड स्टार रणबीर कपूर को 6 अक्टूबर को तलब किया है, इस पूरे मामले में नेहा कक्कड़, आतिफ असलम, राहत फतेह अली खान, सनी लियोनी, टाइगर श्राफ, विशाल डडलानी और अली असगर समेत कई बॉलीवुड स्टार इसकी जांच एजेंसी की रडार पर हैं. सूत्रों के हवाले से पता चला है कि ईडी को कंपनी का प्रचार करने के लिए मालिक ने जिनको पैसे दिए उसका सुराख मिला है. सोशल मीडिया पर इस ऐप के प्रचार के दौरान रणबीर कपूर विज्ञापन में दिखाई दिए थे.
क्या है महादेव ऐप?
महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप कई वेबसाइट व ऐप का सिंडिकेंट है. रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने इस एप को शुरू किया था. इस एप के प्रमोटर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं. यह ऐप कथित तौर पर क्रिकेट, बैडमिंटन, टैनिस, पोकर और कार्ड गेम सहित कई तरह के गेम में सट्टाबाजी के लिए ऑनलाइन मंच मुहैया कराते हैं. बताया जा रहा है कि इसका हेडक्वार्टर यूएई में स्थित है और इसके कॉल सेंटर श्रीलंका-नेपाल में हैं.
5 हजार करोड़ का हुआ घोटाला
बताया जा रहा है कि महादेव ऐप घोटाला करीब 5000 करोड़ का है, गेम का मंच पर लॉटरी और बैटिंग को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जहां पर बैटर हारता ही है और कंपनी को फायदा होता है. इस ऐप पर कम से कम 500 रुपये तक का सट्टा लगाया जा सकता है. शुरूआत में कोई शख्स सट्टेबाजी में हार जाता है तो वह हारी हुई राशि में कुछ वापस दे देता है. ताकी लोगों को लत लगाई जा सके.