Explainer : स्पेस प्लेन क्या होता है? कोई भी देश इसके बारे में जानकारी क्यों नहीं देता
What is space plane : अमेरिका हाल ही में अपना सीक्रेट स्पेस प्लेन X-37B लॉन्च करने जा रहा था. लेकिन किन्हीं कारणों से यह टल गया. अमेरिका इस सीक्रेट प्लान की सातवीं उड़ान भरने वाला था. पिछली उड़ान में यह सीक्रेट स्पेस प्लेन 908 दिन अंतरिक्ष में बिताकर लौटा था.
What is space plane : अमेरिका हाल ही में अपना सीक्रेट स्पेस प्लेन X-37B लॉन्च करने जा रहा था. लेकिन किन्हीं कारणों से यह टल गया. अमेरिका इस सीक्रेट प्लान की सातवीं उड़ान भरने वाला था. पिछली उड़ान में यह सीक्रेट स्पेस प्लेन 908 दिन अंतरिक्ष में बिताकर लौटा था. इसी खबर के बाद से स्पेस प्लेन इन दिनों सुर्खियों में आ गया है. आखिर ये स्पेस प्लेन क्या होता हैं और सामान्य विमानों से यह कितना अलग होता है आज हम इसके बारे में आपको बता रहे हैं. आज जानते हैं कि स्पेस प्लेन इतने गोपनीय क्यों होते हैं और दुनिया की महाशक्तियां इनकी क्षमताएं बढ़ाने के पीछे क्यों पड़ी हैं.
क्या होते हैं स्पेस प्लेन
स्पेस प्लेन को हिंदी में अंतरिक्ष यान कहते हैं. ये यान पृथ्वी के वायुमंडल में उड़ने के साथ ही बाहरी अंतरिक्ष में अंतरिक्ष में भी उड़ सकते हैं. कुल मिलाकर ये अंतरिक्ष में उड़ सकने वाले विमान होते हैं. इस तरह अंतरिक्ष विमानों में एक विमान और अंतरिक्ष यान दोनों की क्षमताएं होती हैं.
अंतरिक्ष विमानों का कैसे इस्तेमाल करते हैं
अभी तक दुनिया में जितने अंतरिक्ष विमान बने उनको रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में पहुंचाया गया और उसके बाद उन पर तरह-तरह के प्रयोग किए गए. रॉकेट इन्हें पृथ्वी की सतह से निर्धारित कक्षा में पहुंचाता है और वहां से ये उड़ान भरते हैं लेकिन खुद ही अपनी क्षमताओं का उपयोग कर धरती पर वापस आकर ग्लाइडर की तरह लैंडिंग करते हैं.
अंतरिक्ष विमान कितने तरह के होते हैं
आज तक दुनिया में मात्र चार प्रकार के स्पेस प्लेन सफलतापूर्व कक्षा में पहुंचाए जा चुके हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल में पुनःप्रवेश कर धरती पर लैंडिंग कर चुके हैं. इनमें से दो अमेरिका के स्पेस शटल और एक्स-37 हैं, जबकि एक रूस का बुरान और एक चीन का सीएसएसएचक्यू है. वहीं अमेरिका एक ड्रीम चेंजर नाम के एक अन्य स्पेस प्लेन का भी विकास कर रहा है.
अमेरिका सबसे आगे
स्पेस यानों के विकास में अमेरिका सबसे आगे है. अमेरिका के अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत एक्स प्लेन की अवधारणा चल रही है. तभी से ऐसे विमानों के मॉडल अंतरिक्ष के लिए परखे जा रहे हैं. हर एक्स प्लेन रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल भी होता है. यानी कि ये बार-बार अंतरिक्ष की कक्षा में पहुंचाए जा सकते हैं. स्पेस शटल इसकी सबसे अच्छी मिसाल है.
अमेरिका हो या चीन सभी देश स्पेस प्लेन तकनीक को गोपनीय रखना चाहते हैं. इसकी वजह शीत युद्ध के दौरान इस तरह के विमानों की निगरानी क्षमता थी और इस तरह के विमानों का युद्ध में भी बढ़िया और सुरक्षित उपयोग हो सकता है. वास्तव में ये विमान सेना की देखरेख में होते हैं. अभी अमेरिका का X37b पिछली उड़ान में 909 दिन तक अंतरिक्ष में रहा था. चीन ने पिछली यानी दूसरी उड़ान में अपने अंतरिक्ष विमान को 276 तक अंतरिक्ष में रखा था.