क्या होगा अगर भारत और पाकिस्तान के बीच होती है जंग? 1993 के CIA दस्तावेज में लिखी है इस्लामाबाद की तबाही!
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर से चरम पर पहुंच गया है. इस बीच, 1993 के डीक्लासिफाइड सीआईए दस्तावेज सामने आए हैं, जिनमें भविष्यवाणी की गई थी कि दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति पाकिस्तान के लिए बेहद विनाशकारी हो सकती है.

India Pakistan war: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है. भारत ने यह स्पष्ट किया है कि वह सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा. इस स्थिति में, 1993 के डीक्लासिफाइड सीआईए दस्तावेज़ ने भविष्यवाणी की थी कि अगर इन दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ, तो पाकिस्तान की सैन्य शक्ति और पूरे राज्य को गंभीर नुकसान हो सकता है.
यह दस्तावेज इस समय फिर से चर्चा में हैं, जब भारत के प्रतिक्रिया देने की संभावना को लेकर बात हो रही है. इस रिपोर्ट में भविष्यवाणी की गई थी कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ, तो पाकिस्तान का सैन्य तंत्र ही नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की स्थिति भी दांव पर हो सकती है. यह दस्तावेज़ भारतीय और पाकिस्तानी सैन्य शक्तियों का आकलन करते हुए चेतावनी देता है कि युद्ध के हालात में पाकिस्तान की सैन्य शक्ति पूरी तरह से नष्ट हो सकती है.
क्या कहते हैं सीआईए दस्तावेज?
1993 के सीआईए दस्तावेज के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की संभावना केवल 20% थी, लेकिन यह भी कहा गया कि "विशाल आतंकवादी हमले" के बाद यह स्थिति बदल सकती है. दस्तावेज़ में यह भी कहा गया था कि पाकिस्तान ने पिछले युद्ध में हार का सामना किया था और वह नहीं चाहता था कि दूसरा युद्ध उसकी सैन्य ताकत या पूरी राज्य की प्रणाली को नष्ट कर दे.
भारत और पाकिस्तान की सैन्य ताकत की तुलना
सीआईए के 1993 के राष्ट्रीय खुफिया अनुमान में कहा गया था कि भारत के पास पाकिस्तान की तुलना में स्पष्ट सैन्य श्रेष्ठता है. इसने यह भी उल्लेख किया था कि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार एक महत्वपूर्ण अस्तित्व रक्षा के रूप में हैं, जो युद्ध के समय भारत के खिलाफ एक मजबूत रक्षात्मक उपाय के रूप में काम करते हैं. दस्तावेज़ में यह भी चेतावनी दी गई थी कि पाकिस्तान की सैन्य ताकत में वृद्धि के बावजूद, भारत की बढ़ती सैन्य क्षमताओं से पाकिस्तान को और अधिक खतरा महसूस हो सकता है.
परमाणु युद्ध का खतरा
सीआईए के अनुसार, "पाकिस्तान परमाणु हथियारों को मुख्य रूप से एक सुरक्षा कवच के रूप में देखता है और यह भारत के खिलाफ संघर्ष में उसे बचाने के लिए एक अंतिम उपाय हो सकता है." रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया था कि अगर स्थिति और खराब होती है तो पाकिस्तान के लिए परमाणु हथियारों का खुला उपयोग भी एक विकल्प हो सकता है. हालांकि, रिपोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया था कि भारत की सैन्य बढ़त पाकिस्तान के लिए बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है.


