RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है. भागवत ने हाल ही में यह बयान दिया था कि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 प्रतिशत होनी चाहिए और समाज को जीवित रखने के लिए लोगों को 2-3 बच्चे पैदा करने चाहिए. इस पर ओवैसी ने सवाल उठाया और पूछा, "मोहन भागवत उन लोगों को क्या देंगे जो ज्यादा बच्चे पैदा करेंगे? क्या वह उनके बैंक अकाउंट में 1500 रुपये डालेंगे?"
ओवैसी ने आगे कहा कि मोहन भागवत को यह बताना चाहिए कि वह किस तरह की योजना लाएंगे, जो लोगों को ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि जब भागवत खुद अपने करीबी लोगों को मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो उन्हें इस मुद्दे पर कोई ठोस योजना पेश करनी चाहिए.
ओवैसी ने मालेगांव में एक सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जिनके ज्यादा बच्चे होंगे, उन्हें अपना मंगलसूत्र उतारकर दूसरा पहनना चाहिए. ओवैसी ने यह आरोप भी लगाया कि मुस्लिम समुदाय की आबादी बढ़ने को लेकर भागवत और मोदी दोनों ने गलत बातें कही हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय में जन्म दर सबसे कम है.
मोहन भागवत ने रविवार को जनसंख्या में गिरावट को लेकर चिंता जताई थी. उनका कहना था कि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 प्रतिशत होनी चाहिए. अगर यह दर इससे कम होती है, तो यह समाज के लिए खतरे की बात है. उन्होंने कहा कि समाज को जीवित रखने के लिए हर परिवार को 2-3 बच्चे पैदा करने चाहिए.
भागवत ने यह भी कहा था कि यदि किसी समाज की प्रजनन दर 2.1 से कम हो जाती है, तो वह समाज धीरे-धीरे खत्म हो सकता है. उन्होंने यह तर्क दिया कि हमारे देश की जनसंख्या नीति 1998 या 2002 में तय की गई थी, जिसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया था कि किसी समाज की जनसंख्या 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए. First Updated : Monday, 02 December 2024