जब आखिरी बार व्हीलचेयर पर बैठकर राज्यसभा पहुंचे थे मनमोहन सिंह, पीएम मोदी ने तारीफ में कही थी ये बात
प्रधानमंत्री ने एक नेता और विपक्ष के तौर पर मनमोहन सिंह के योगदान को अतुलनीय बताया. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने काफी लंबे समय तक इस सदन और देश का मार्गदर्शन किया है.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे. गुरुवार रात को उनका निधन हो गया. डॉ. मनमोहन सिंह अपने जीवन के आखिरी पड़ाव में भी राजनीति और संसदीय प्रणाली में सक्रिय थे. कभी व्हीलचेयर से तो कभी सहारा लेकर महत्वपूर्ण मौकों पर संसद पहुंचते रहे. कांग्रेस के कार्यक्रमों में भी एक्टिव रहे. 2014 में जब सत्ता से बेदखल हुए, उसके बाद से वो सार्वजनिक जीवन में सक्रिय को कम दिखे, लेकिन अहम मौकों पर उनके बयान आते रहे, संसद पहुंचते रहे.
पिछले साल अगस्त में जब राज्यसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 पर चर्चा हो रही थी, तब 91 वर्षीय मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर सदन में पहुंचे थे. इस विधेयक को बाद में कानून में बदल दिया गया था, जिसने आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार से नियंत्रण ही छीन लिया था.
व्हीलचेयर पर संसद भवन आते थे मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह पिछले ही साल दिसंबर में शीतकालीन सत्र के दौरान भी व्हीलचेयर पर राज्यसभा में पहुंचे थे. इस साल जब उन्होंने अपनी 33 वर्षीय लंबी संसदीय पारी समाप्त की तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी सराहना की. पीएम मोदी ने उस पल को याद किया, जब मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर मतदान करने आए थे.
पीएम मोदी ने कहा, "मुझे याद है कि सदन में वोटिंग के दौरान यह पता था कि सत्ता पक्ष की ही जीत होगी. इस बीच मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर आए और अपना वोट डाला. यह एक सदस्य का अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रहने का अदाहरण है. वह एक प्रेरणा के उदाहरण हैं." उन्होंने आगे कहा, "यह जरूरी नहीं कि उन्होंने किसका समर्थन किया. वह केवल इस लोकतंत्र को मजबूत कर रहे थे.
मनमोहन सिंह के योगदान को पीएम मोदी ने बताया अतुलनीय
प्रधानमंत्री ने एक नेता और विपक्ष के तौर पर मनमोहन सिंह के योगदान को अतुलनीय बताया. उन्होंने कहा, "मनमोहन सिंह ने काफी लंबे समय तक इस सदन और देश का मार्गदर्शन किया है. हमारे लोकतंत्र पर हर चर्चा के दौरान उनके योगदान के लिए उन्हें याद किया जाएगा. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी लंबी उम्र हो और हमारा मार्गदर्शन करते रहें." बता दें कि 2022 में राष्ट्रपति चुनाव और उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर वोट देने आए थे.
नहीं रहे मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अब नहीं रहे. 92 साल की उम्र में गुरुवार रात दिल्ली स्थित एम्स में डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया. केंद्र सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है और शुक्रवार को होने वाले सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. वह 1991 में पहली बार असम से राज्यसभा के सांसद चुने गए. उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कई सुधार किए, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर हुई. वह 1998 से 2004 तक विपक्ष के नेता भी रहे। हालांकि, साल 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली जीत के बाद उन्होंने 14वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्होंने यूपीए-1 और 2 में प्रधानमंत्री का पद संभाला. मनमोहन सिंह ने पहली बार 22 मई 2004 और दूसरी बार 22 मई, 2009 को प्रधानमंत्री के पद की शपथ ली थी.