मां ने स्कूल के लिए जगाया तो गुस्साए बेटे ने कर दी हत्या, 5 दिन तक शव के साथ रहा, ऐसे हुआ खुलासा
उत्तर प्रदेश से एक ऐसी खबर आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है. महज 17 साल का एक लड़का स्कूल जाने के लिए ऐसा कदम उठाएगा, इसकी उम्मीद शायद किसी ने नहीं की होगी.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में साइंटिस्ट की पत्नी की मौत के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक, इस वारदात को किसी और ने नहीं बल्कि साइंटिस्ट के नाबालिग बेटे ने ही अंजाम दिया है. हत्या के पीछे की वजह जानकर हर कोई सन्न रह गया. दरअसल,सुबह-सुबह जब एक महिला अपने 11वीं क्लास में पढ़ने वाले बेटे को स्कूल जाने के लिए जगाने के लिए उसके बेडरूम में गई तो वह गुस्से में आ गया और अपनी मां को जमीन पर धकेल दिया. इससे आरती देवी की सिर दीवार से जोर से टकराया. जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई. लेकिन बेटा अपनी मां को अस्पताल नहीं ले गया बल्कि चुपचाप बिना किसी को बताए स्कूल चला गया. इस दौरान ज्यादा खून बहने की वजह से मां की मौत हो गई.
5-6 दिन तक लाश के साथ रहा
जब बेटा स्कूल से लौट कर आया तो मां की लाश देखकर परेशान हो गया. लेकिन फिर भी किसी को खबर नहीं दी. वह 5-6 दिन तक घर में मां की लाश के साथ रहा. अपनी मां की हत्या करने के बाद अमन ने सीसीटीवी के कनेक्शन काट दिए. उसने घर को बाहर से बंद कर दिया. जब आरती देवी का शव सड़ने लगा और बदबू आने लगी तो उसने अगरबत्ती जलाना शुरू कर दिया. पांचवें दिन अमन घर से बाहर निकला और पास के मंदिर में बैठ गया.
उधर, जब साइंटिस्ट की 6 दिन तक पत्नी से बात नहीं हुई तो वह घर पहुंचा. डेड बॉडी वाले कमरे से बदबू आ रही थी. दरवाजा खोलकर देखा तो पत्नी की लाश फर्श पर पड़ी थी. मंजर देख साइंटिस्ट के होश उड़ गए.पूछताछ करने पर बेटे ने पिता और पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जब कड़ी से कड़ी मिलाई गई और थोड़ी सख्ती दिखाई दी तो बेटे ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. उसने बताया कि कैसे उसने मां को धक्का दे दिया था और उनका सिर दीवार से टकरा गया था. आरोपी 12वीं का छात्र है.
घर में मिले खून के धब्बे
पुलिस को दो अलग-अलग जगहों पर खून के धब्बे मिले, जिससे संकेत मिला कि शव को घसीटा गया था. उन्होंने किशोर के कमरे से पैसे भी बरामद किए. पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से यह भी पुष्टि हुई की घर में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं आया. पुलिस ने कहा कि लड़के के कमरे की तलाशी के दौरान 500, 200 और 100 रुपये के नोट बरामद हुए.
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच के दौरान पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ. उन्होंने बताया, 'दो घंटे की पूछताछ के बाद किशोर ने स्वीकार किया कि उसने बहस के दौरान अपनी मां को धक्का दे दिया था जिससे उनके सिर में घातक चोट लग गई थी.
नशे का आदी है किशोर
पुलिस ने बताया कि, ‘‘पूछताछ के दौरान लड़के ने मंगलवार की शाम को कबूल किया कि तीन दिसंबर की सुबह उसकी मां ने उसे स्कूल जाने के लिए कहा था. जब उसने मना किया तो उनके बीच पैसों को लेकर विवाद हुआ और उसकी मां ने झल्लाहट में उस पर पैसे फेंके.'' पुलिस के मुताबिक, ‘‘गुस्से में आकर उसने अपनी मां को धक्का दे दिया, जिससे उनके सिर में जानलेवा चोट आई.'' पुलिस ने बताया कि किशोर को हिरासत में ले लिया गया है.
पड़ोसियों के अनुसार, अमन नशे का आदी है. वह कोचिंग के नाम पर अपनी मां से पैसे लेता था, लेकिन उसे शराब और ड्रग्स पर खर्च कर देता था. बताया जाता है कि स्कूल में भी अमन के खिलाफ शिकायतें थीं. अमन के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. आरती देवी अपने बेटे के साथ गोरखपुर के पिपराइच स्थित सुशांत सिटी में रहती थी, जबकि उनके पति काम के लिए चेन्नई में रहते थे. उनकी बड़ी बेटी एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए दूसरे शहर में रहती है.