साल 2020 में कोरोना महामारी के बाद आपने ले-ऑफ शब्द खूब सुना होगा. अंग्रेजी के इस शब्द का मतलब होता है छंटनी होता है. ले-ऑफ सिर्फ छोटी कंपनियों ने नहीं बल्कि बड़ी-बड़ी एमएनसीज में भी होता है. गूगल, फेसबुक और अमेजन जैसी कई कंपनियां भी यह काम कर चुकी हैं. लेकिन गूगल की एक खबर इन दिनों चर्चा में है. जहां उसने अपने कर्मचारी को रोकने के लिए ऐसा ऑफर दे दिया. जिसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी.
गूगल में काम करने वाले लोगों को यह बात पता है कि यहां ऐसा कंफर्ट मिलता है कि कर्मचारी नौकरी नहीं छोड़ पाता. इसके बाद भी अगर कोई कर्मचारी नौकरी छोड़ना चाहे तो गूगल कर्मचारी को रोकने के लिए जान लगा देता है.
हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें गूगल ने कर्मचारी को 300% का इंक्रीमेंट देकर नौकरी नहीं छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. इस बात का खुलासा उस कंपनी के सीईओ ने किया है जिस कंपनी में वह कर्मचारी गूगल छोड़कर जाने वाला था.
कर्मचारी को 300% हाइक देने का खुलासा बिग टेक्नोलॉजी पॉडकास्ट में पर्प्लेक्सिटी एआई के CEO अरविंद श्रीनिवास ने किया. उन्होंने बताया कि गूगल के सर्च इंजन में काम करने वाले एक शख्स को हमने हायर करने के बारे में सोचा. हमने उसे अच्छा-खासा ऑफर भी दिया. लेकिन गूगल उसे किसी भी कीमत पर अपने यहां से रिलीव करने को तैयार नहीं है. ऐसे में गूगल ने उस कर्मचारी को 300% हाइक देकर रोक लिया. कर्मचारी को इतनी हाइक देने से हम भी हैरान हैं.
गूगल ने पिछले साल यानी 2023 में 1200 लोगों की छंटनी की थी. जब गूगल ने 300 फीसदी हाइक दे दी तो लोग चकित हैं. अरविंद श्रीनिवास ने कहा कि टेक कंपनियां इस बात को लेकर थोड़ा गंभीर रहती हैं कि उनका कोई खास बंदा किसी दूसरी कंपनी में ना चला इससे दूसरी कंपनियों को सीधे तौर पर फायदा मिलता है. ऐसे में कुछ बड़े कदम उठाने पड़ते हैं. First Updated : Tuesday, 20 February 2024