Curfew in Imphal, Manipur: मणिपुर में कई महीनों से हिंसा जारी है. इस बीच मंगलवार को तीन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. दरअसल मणिपुर में संघर्ष फिर से बढ़ गया है, हाल ही में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों की घटनाओं ने अशांति को और बढ़ा दिया है. राज्य में हिंसा बढ़ने के कारण इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और थौबल जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
इससे पहले जारी आदेश में इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम के जिलाधिकारियों ने मंगलवार को सुबह 5 बजे से 10 बजे तक संबंधित जिलों में कर्फ्यू में ढील देने की घोषणा की थी. हालांकि कई जिलों में विकसित हो रही कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण मंगलवार सुबह 11 बजे से ढील देने का आदेश रद्द कर दिया गया और दोनों जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया.
इम्फाल के थांगमीबंद में प्रदर्शनकारियों ने हाथों में मशालें और पोस्टर लेकर नारे लगाते हुए मार्च किया. इससे पहले सोमवार को ही प्रदर्शनकारियों ने राजभवन पर पथराव किया था. छात्रों का नेतृत्व कर रहे एम. सनाथोई चानू ने बताया- हमने DGP, राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग की है. CRPF के पूर्व DG कुलदीप सिंह के नेतृत्व में बनी यूनीफाइड कमांड राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है.
बीते दिनों मणिपुर राजभवन पर पथराव हुआ था. जिसमें कई सुरक्षाकर्मी जान बचाकर भागे थे. इस दौरान पुलिस और सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड लगाकर रोका. कई राउंड आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट दागे. इसमें 20 स्टूडेंट्स घायल हो गए थे.
मैतेई समुदाय के ये छात्र मणिपुर में अचानक बढ़ी हिंसक घटनाओं को लेकर 8 सितंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें स्थानीय लोग भी शामिल हैं. रविवार को किशमपट के टिडिम रोड पर 3 किलोमीटर तक मार्च के बाद प्रदर्शनकारी राजभवन और CM हाउस तक पहुंच गए. ये गवर्नर और CM को ज्ञापन सौंपना चाहते थे.
सोमवार को सुरक्षाबलों ने ज्ञापन सौंपने की मांग पूरी कर दी, इसके बाद भी स्टूडेंट्स सड़क पर प्रदर्शन करते रहे. स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे यहां डटे रहेंगे। इस दौरान उनकी सुरक्षाबलों के साथ झड़प भी हुई. First Updated : Tuesday, 10 September 2024