Priyanka Gandhi: केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी संसद में अपने पहले सत्र के लिए पहुंची हैं. उन्होंने सांसद पद की शपथ ले ली हैं. वहीं, अब कांग्रेस की प्रमुख नेता के रूप में, उनके लोकसभा में सीट आवंटन पर काफी चर्चा हो रही है. पहली बार संसद में पहुंचने के बाद उनका सीटिंग अरेंजमेंट क्या होगा, आइए जानते हैं.
लोकसभा में सांसदों के बैठने की व्यवस्था स्पीकर के नियमों और पार्टी की सिफारिशों पर आधारित होती है.
विपक्षी सांसदों का स्थान: स्पीकर के बाईं ओर विपक्षी दलों के सांसदों को बैठाया जाता है.
स्पीकर का विवेक: नई सांसद होने के नाते प्रियंका गांधी की सीट तय करने में स्पीकर और लोकसभा कार्यालय की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.
प्रियंका गांधी की सीट का निर्धारण कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच चर्चा के बाद होगा.
नेतृत्व की भूमिका: कांग्रेस के विपक्षी नेता, डिप्टी लीडर और चीफ व्हिप मिलकर तय करेंगे कि प्रियंका गांधी को कहां बैठाना है.
महत्वपूर्ण स्थान की संभावना: प्रियंका गांधी को उनके कद के अनुरूप एक विशेष स्थान दिए जाने की उम्मीद है.
पहली लाइन में सीट का मिलना प्रियंका गांधी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
गठबंधन की प्राथमिकता: विपक्षी इंडिया गठबंधन में कई दल हैं, और सभी अपने प्रमुख नेताओं को पहली लाइन में स्थान देना चाहेंगे.
राहुल गांधी की मौजूदगी: राहुल गांधी पहले से ही पहली लाइन में हैं, इसलिए प्रियंका को अन्य पंक्तियों में जगह मिलने की संभावना अधिक है.
प्रियंका गांधी को दूसरी या तीसरी लाइन में बैठाया जा सकता है. कांग्रेस चाहती है कि प्रियंका गांधी अनुभवी नेताओं के बीच बैठें ताकि उन्हें संसद की प्रक्रिया को समझने में मदद मिले. चुनाव प्रचार में प्रियंका की प्रमुख भूमिका को देखते हुए उन्हें संसद में भी प्रमुख स्थान दिया जाएगा.
कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ समन्वय कर सीट आवंटन का निर्णय लेगी. सीट तय होने के बाद कांग्रेस अपनी सिफारिशें स्पीकर को भेजेगी. प्रियंका गांधी को उनकी पार्टी महासचिव और प्रमुख नेता होने के नाते उचित स्थान मिलने की संभावना है.
कांग्रेस के चीफ व्हिप सुरेश ने कहा है कि प्रियंका गांधी के संसद में आने से विपक्ष को नई ताकत मिलेगी. पार्टी उनके लिए एक प्रमुख स्थान सुनिश्चित करेगी. उनके नेतृत्व से विपक्ष की आवाज और सशक्त होगी.
First Updated : Thursday, 28 November 2024