मायावती के भतीजे आकाश आनंद के वो बयान जिनसे कर लिया अपना ही नुकसान
बीती शाम बसपा सुप्रीमो मायावती ने चौकाने वाला फैसला लेते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी और नेशनल को-ऑर्डिनेटर की पद से हटा दिया है. तो चलिए जानते हैं आखिर क्यों मायावती ने ये फैसला लिया.
Akash Anand: बसपा अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार, 7 मई को अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद से हटा दिया है. मायावती का ये फैसला तब सामने आया है जब उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था. आकाश आनंद ने कई ऐसे विवादित बयान दिए हैं जिसकी वजह से उन्हें बसपा से अलग कर दिया गया है.
गौरतलब है कि हाल ही में मायावती ने अपने भतीजे को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और उन्हें बसपा को नेशनल कोऑर्डिनेटर भी बनाया था, लेकिन मंगलवार को उन्होंने ये सारी जिम्मेदारी ये कहकर छीन ली है कि वो अभी इस पदों के लिए मैच्योर नहीं है.
कौन हैं आकाश आनंद
आकाश आनंद बसपा अध्यक्ष मायावती के भतीजे हैं. 6 साल पहले यानी 2017 में उन्होंने राजनीति में अपना कदम रखा था. सबसे पहले वे सहारनपुर में मायावती की एक जनसभा में मंच पर दिखे थे. 2 साल पहले मायावती ने उन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया था. इसके बाद वह पहली बार 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मायावती के भतीजे आकाश का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आया. बता दें कि, आकाश आनंद ने लंदन से MBA किया है उनकी शादी बहुजन समाज पार्टी के पूर्व राज्यसभा सदस्य अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉक्टर प्रज्ञा से हुई है.
पढ़ें आकाश आनंद के विवादित बयान
1. 6 अप्रैल को आकाश आनंद ने बिजनौर में एक चुनावी सभा को संबोधित करने के दौरान विवादित भाषण दिया था. इस दौरान उन्होंने भीम आर्मी चीफ पर जमकर निशाना साधा था और तु तड़ाक करके भाषण दिया था जिसके वजह से वो विवादों में फंस गए.
2. बिजनौर में ही आकाश आनंद ने भाजपा पर तिखा प्रहार किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि, बीजेपी सरकार सरकारी खर्चे पर भारतीय जनता पार्टी अपनी उपलब्धि का बखान कर रही है. आकाश आनंद ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां की सरकार को अच्छा लगता है जब कोई उन्हें बुलडोजर वाली सरकार कहता है लेकिन जनता ने तोड़ने नहीं जोड़ने के लिए बीजेपी को चुना है.
3. 24 अप्रैल को संत कबीर नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आकाश आनंद ने भाजपा पर हमला करते हुए मोदी सरकार को गद्दार और घमंडी बताया था. उस दौरान उन्होंने कहा था कि, भाजपा ने राम मंदिर बनवाया लेकिन तुम भगवान को लाने वाले हो कौन? उन्होंने आगे कहा, मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बना है और इसमें जनता का पैसा लगा है. भाजपा ने मंदिर के लिए क्या किया है?
4. संत कबीर नगर में विवादित बयान देने के 4 दिन बात यानी 25 अप्रैल को आजमगढ़ में एक सभा को संबोधित करते हुए आकाश आनंद ने सरकारी पेपर लीक होने वाले आरोपियों को जमीन में दफन कर देने की बात कही थी. आकाश आनंद ने ये हमला समाजवादी पार्टी पर किया था और सपा को देशद्रोही के सा गद्दार भी बताया था.
5. 28 अप्रैल को सीतापुर में एक बार फिर आकाश आनंद भाजपा पर जमकर बरसे. इस दौरान उन्होंने कहा कि, प्रदेश की योगी सरकार बुलडोजर नहीं बल्कि आतंकवादी सरकार है. ऐसी सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंक देना चाहिए जिसने आवाम को गुलाम बनाया है.
6. आनंद ने अपने बयान में कहा था कि, जो सरकार युवाओं को रोजगार और होनहारों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था नहीं कर सकती ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है. उन्होंने सभा में बैठे सभी लोगों से कहा कि, आप जूता लेकर तैयार रहिए, ऐसी सरकार को जूता मारने का वक्त आ चुका है.