कनाडा में रहकर भारत के खिलाफ साजिश रचने और आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को भारत सरकार ने UAPA कानून के तहत आतंकी घोषित कर दिया है. गृह मंत्रालय ने आतंकवाद विरोधी कानून के तहत 33 वर्षीय गैंगस्टर लांडा को आतंकवादी के रूप में नामित किया है. सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, आतंकी खबीर सिंह उर्फ लांडा सीमा पार से मोहाली में पंजाब स्टेट इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर की इमारत पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड के माध्यम से आतंकवादी हमले में शामिल था. साथ ही लांडा पर आतंकी मॉड्यूल को खड़ा करने, जबरन वसूली, हत्याएं, आईईडी लगाने, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी और पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन उपयोग करने का आरोप है.
लखबीर सिंह लांडा का जन्म पंजाब के तरनतारन जिले में 1989 में हुआ था. लखबीर बचपन से ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल था. साल 2017 में वह कनाडा भाग गया. खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह लांडा पर आरोप है कि उसने पिछले साल 9 मई 2022 को मोहाली में पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट की मदद से ग्रेनेड हमला करवाया था. इसके बाद एनआईए ने उसे मोस्ट वांटेड घोषित कर दिया था. लखबीर सिंह लांडा पर पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी का भी आरोप है. इसके अलावा उस पर भारत के कई हिस्सों में टारगेट किलिंग, जबरन वसूली और अन्य राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में शामिल होने का आरोप है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस आतंकी पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. एजेंसी ने इसी साल सितंबर महीने में10 लाख का इनाम घोषित किया था. NIA का मानना है कि इस समय वह कनाडा में एडमोंटन, अल्बर्टा में रहता है. वह बब्बर खालसा के अलावा कई और भारत विरोधी संगठनों के साथ काम कर रहा है. इस साल अगस्त में एनआईए की विशेष अदालत ने तरनतारन जिले के किरियन गांव में फरार खालिस्तान समर्थक आतंकवादी की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया था. यूए (पी) अधिनियम, 1967 की धारा 33 (5) के तहत एनआईए अदालत के आदेश के अनुसार, लांडा की उसके पैतृक गांव में संपत्ति राज्य द्वारा जब्त कर ली गई थी.
लखबीर सिंह लांडा पर गंभीर मामलों में करीब 20 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, उगाही के साथ नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी के मामले शामिल हैं. हरिके थाने में बीते 2 सितंबर को पाकिस्तान से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के मामले में जो FIR दर्ज है, उसमें भी लांडा की थोड़ी कुंडली दी गई है. FIR में कहा गया है कि लांडा कनाडा से गैंग चलाता है जो पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारतीय सीमा में हथियार, गोला-बारूद और ड्रग्स भेजने का काम करता है. इस गैंग में नछत्तर सिंह उर्फ मोती, सतनाम सिंह, गुरकीरत सिंह, अनमोलदीप सोनी, चरत सिंह, गुरजंत सिंह, महावीर सिंह, सुखदेव सिंह और दलजीत सिंह जैसे गैंगस्टर हैं. ये सभी तरनतारन जिले के ही अलग-अलग गांवों से हैं. First Updated : Sunday, 31 December 2023