Lok Sabha Election 2024: कौन हैं पल्लवी डेम्पो? गोवा से भाजपा की पहली महिला उम्मीदवार
Lok Sabha Election 2024: पल्लवी डेम्पो को भाजपा ने दक्षिण गोवा निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है. पल्लवी यहां से पहली भाजपा की महिला उम्मीदवार हैं.
Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनावों के लिए, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गोवा के दक्षिण गोवा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पल्लवी डेम्पो को चुना है. उनका नाम पार्टी की पांचवीं लिस्ट में शामिल था, जिसे रविवार को जारी किया गया. इसमें 111 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है.
भाजपा की बहुत आभारी हूं- डेम्पो
दक्षिण गोवा सीट वर्तमान में कांग्रेस के फ्रांसिस्को सरदिन्हा के पास है और सबसे पुरानी पार्टी ने इसे 10 बार हासिल किया है. दूसरी ओर, भाजपा ने दो बार जीत हासिल की है. डेम्पो ने अपने नामांकन पर कहा, ''मैं इस नामांकन के लिए भाजपा की बहुत आभारी हूं और इसे पूरी विनम्रता से स्वीकार करती हूं. हम इस सीट को जीतने की पूरी कोशिश करेंगे. मैंने हमेशा (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के दृष्टिकोण में विश्वास किया है, एक ऐसा दृष्टिकोण जो मेरे अनुसार जाति, पंथ या धर्म के बावजूद सभी को सशक्त बनाता है और समाज के हर वर्ग को समान अवसर देता है.''
कौन हैं पल्लवी डेम्पो?
1- हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वह इस तटीय राज्य में भाजपा द्वारा मैदान में उतारी जाने वाली पहली महिला हैं, जहां दो संसदीय क्षेत्र हैं. उन्होंने पहले कभी चुनाव नहीं लड़ा या राजनीति में नहीं रहीं.
2- पल्लवी के पति गोवा स्थित डेम्पो ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन उद्योगपति श्रीनिवास डेम्पो हैं. इससे पहले, श्रीनिवास के परदादा वैकुंठराव सिनाई डेमो ने 1963 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था.
3- पल्लवी डेम्प, डेम्पो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यरत हैं, और डेम्पो चैरिटीज़ ट्रस्ट में ट्रस्टी हैं. वह समूह के व्यवसायों की मीडिया और रियल एस्टेट शाखाओं की भी देखरेख करती हैं.
4- वह पार्वतीबाई चौगुले कॉलेज, गोवा से रसायन विज्ञान में स्नातक हैं, और एमआईटी-डब्ल्यूपीयू, पुणे से व्यवसाय प्रबंधन (एमबीए) में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की हैं.
5- हाल ही में जारी चुनावी बांड डेटा से पता चला है कि श्रीनिवास डेम्पो ने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में 1.25 करोड़ के चुनावी बांड खरीदे, जबकि कंपनी की चार सहायक कंपनियों ने भी चुनावी बांड के माध्यम से दान दिया.