कौन है रेखा गुप्ता? जिन्हें चुना गया दिल्ली का नया मुख्यमंत्री, जानें कितनी है नेटवर्थ
Rekha Gupta Delhi CM: बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा कर दी है. रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी और अब वे दिल्ली की बागडोर संभालेंगी. उनकी नियुक्ति के साथ ही यह जानना दिलचस्प होगा कि उनकी संपत्ति कितनी है और उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है.

Rekha Gupta Delhi CM: भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही दिल्ली की बागडोर अब रेखा गुप्ता के हाथों में होगी. वहीं, प्रवेश वर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. पार्टी के पर्यवेक्षकों रविशंकर प्रसाद और ओम प्रकाश धनखड़ ने विधायकों से चर्चा के बाद इन नामों का ऐलान किया. विधानसभा स्पीकर का पद विजेंदर गुप्ता को सौंपा गया है.
दिलचस्प बात यह है कि रेखा गुप्ता के पति का राजनीति से कोई संबंध नहीं है. ऐसे में जनता के बीच यह जानने की उत्सुकता है कि रेखा गुप्ता की कुल संपत्ति कितनी है और उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है.
रेखा गुप्ता की कुल संपत्ति कितनी है?
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में दायर हलफनामे के अनुसार, रेखा गुप्ता की कुल संपत्ति लगभग ₹5.3 करोड़ है, जिसमें ₹1.2 करोड़ की देनदारियां भी शामिल हैं. उनकी आय का प्रमुख स्रोत वकालत और उनका राजनीतिक करियर है.
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नकद राशि: ₹1,48,000
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बैंक बैलेंस: ₹22,44,242
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शेयर: केशव सहकारी बैंक लिमिटेड में 200 और हिंदुस्तान समाचार लिमिटेड में 100 शेयर
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बीमा पॉलिसी: ₹53,68,323
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आभूषण: ₹18 लाख के गहने
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कार: उनके पास खुद की कोई कार नहीं है, लेकिन उनके पति के नाम पर मारुति XL6 (2020 मॉडल) है, जिसकी कीमत ₹4,33,500 है.
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अचल संपत्ति: रोहिणी में एक घर: ₹30 लाख से अधिक, शालीमार बाग में एक घर: ₹2 करोड़ से अधिक
राजनीतिक सफर और आरंभिक जीवन
रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जुलाना में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से पूरी की और यहीं से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ.
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1992 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ीं.
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1994-95 में दौलत राम कॉलेज की सचिव बनीं.
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1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव रहीं.
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1996-97 में DUSU की अध्यक्ष बनीं.
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2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा (वार्ड 54) से पार्षद चुनी गईं.
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वे दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत
रेखा गुप्ता पहली बार विधायक बनी हैं. उन्होंने शालीमार बाग विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को हराया.
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कुल वोट: 68,200
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वंदना कुमारी (AAP): 38,605 वोट
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प्रवीण कुमार जैन (कांग्रेस): 4,892 वोट
इस जीत के साथ ही वे दिल्ली भाजपा में एक मजबूत महिला नेतृत्व के रूप में उभरी हैं.
निजी जीवन और परिवार
रेखा गुप्ता जब सिर्फ 2 साल की थीं, तब उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया. उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे. 1976 में पूरा परिवार दिल्ली आ गया और यहीं उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की. इसके बाद वे राजनीति में सक्रिय हो गईं और दिल्ली विश्वविद्यालय में विभिन्न पदों पर रहीं. रेखा गुप्ता को राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है. उनकी नेतृत्व क्षमता और संगठन कौशल ने उन्हें भाजपा में एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया है.
दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद भाजपा की वापसी
दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की सत्ता में वापसी हुई है. इससे पहले, भाजपा की आखिरी मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज थीं. अब, एक बार फिर दिल्ली की कमान महिला नेता को सौंपे जाने की चर्चा तेज हो गई है. सूत्रों के अनुसार, रेखा गुप्ता का नाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की सिफारिश पर आगे बढ़ाया गया है. संघ ने महिला मुख्यमंत्री का प्रस्ताव रखा, जिसे भाजपा आलाकमान ने भी मंजूरी दी. हालांकि, अंतिम निर्णय भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद घोषित किया गया.