कौन हैं विष्णु देव साय जो बनेंगे छत्तीसगढ़ के नए CM? गांव के पंच से शुरू किया था राजनीतिक सफर
Who is Vishnu Dev Sai : अजीत जोगी के बाद विष्णु देव छत्तीसगढ़ के दूसरे आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे. चूंकि अजीत जोगी ने 2019 में एसटी का दर्जा खो दिया था, इसलिए एकतरह से विष्णु देव छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री भी हैं. साय ने कुनकुरी विधानसभा सीट से जीत हासिल की है.
Who is Vishnu Dev Sai : विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे. बीजेपी विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. अजीत जोगी के बाद विष्णु देव छत्तीसगढ़ के दूसरे आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे. चूंकि अजीत जोगी ने 2019 में एसटी का दर्जा खो दिया था, इसलिए एकतरह से विष्णु देव छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री भी हैं. आदिवासी समुदाय से आने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय के अलावा मुख्यमंत्री पद के लिए केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, राज्य के पूर्व मंत्री रामविचार नेताम और लता उसेंडी और सांसद पद से इस्तीफा देने वाली गोमती साय का नाम दावेदारों में शामिल था. लेकिन आखिरी में विष्णु देव साय के नाम पर अंतिम महुर लगी. विष्णु देव साय के नाम का मुख्यमंत्री पद के लिए ऐलान होने के बाद लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं. आज हम आपको विष्णु देव साय के बारे में बता रहे हैं.
विष्णु देव साय छ्त्तीसगढ़ के कुनकुरी विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले बगिया गांव के रहने वाले हैं. राज्य में रामूराय आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है और वह इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनकी गिनती रमन सिंह के करीबी लोगों में होती है.
गांव के पंच से मुख्यमंत्री तक ऐसे तय किया सफर
साल 1989 में अपने गांव से पंच का चुनाव जीतने वाले विष्णुदेव साय 1990 में निर्विरोध सरपंच चुने गए थे. इसके बाद 1990 में 1998 तक साय मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे. 1999 में 13वीं लोकसभा में वो रायगढ़ लोकसभा सीट से सांसद बने. साल 2006 में बीजेपी ने उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाया. 2009 और 2014 में विष्णुदेव फिर से रायगढ़ लोकसभा सीट से सांसद बने. इसके बाद 2014 में मोदी सरकार ने उनको केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया. उनको इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय दिया गया. वह 27 मई 2014 से 2019 तक मंत्री रहे. 2020 में उनको एक बार फिर बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. 2022 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्य समिति में उनको विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया. इसके बाद 8 जुलाई 2023 को साय को बीजेपी ने राष्ट्रीय कार्य समिति का सदस्य बना दिया.
राज्य की आबादी में 33 फीसदी आदिवासी
राज्य की आबादी में आदिवासी समुदाय की हिस्सेदारी 33 फीसदी है और भाजपा ने इस बार अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित 29 सीट में से 17 सीट जीती हैं. भाजपा 2018 में आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट में केवल 3 सीट जीत पाई थी. उसने इस बार आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग में सभी 14 सीटों पर जीत हासिल की है. कांग्रेस ने 2018 में संभाग की सभी 14 सीट जीती थीं. विष्णुदेव साय, रेणुका सिंह, रामविचार नेताम और गोमती साय इसी संभाग से हैं. इनके नाम भी सीएम पद की रेस में थे.
साव प्रभावशाली साहू (तेली) समुदाय से हैं
विष्णुदेव साव प्रभावशाली साहू (तेली) समुदाय से आते हैं जिनकी दुर्ग, रायपुर और बिलासपुर संभागों में बड़ी तादात है. राज्य की आबादी में ओबीसी की हिस्सेदारी करीब 45 फीसदी है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीट जीती हैं. वहीं 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस 35 सीट पर सिमट गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) एक सीट जीतने में कामयाब हुई है.
सादगी के लिए मशहूर हैं साय
विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. कुनकुरी में अमित शाह ने उनके लिए जनसभा की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि कुनकुरी से आप इन्हें विधायक बना दीजिए मैं बड़ा आदमी बना दूंगा.