Madhya Pradesh: कौन होगा मध्य प्रदेश का सीएम? सोमवार को विधायक दल की बैठक में लगेगी मुहर

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर जारी सस्पेंस के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सोमवार, (11 दिसंबर) को राजधानी भोपाल में विधायक दल की बैठक आयोजित करने जा रही है. जहां राज्य के लिए सीएम की घोषणा करने की संभावना है.

Manoj Aarya
Edited By: Manoj Aarya

हाइलाइट

  • सोमवार को होगी बीजेपी विधायक दल की बैठक.
  • बैठक के दौरान सीएम के नाम की घोषणा का संभावना.
  • तीनों केंद्रीय पर्यवेक्षक सोमवार को करेंगे मध्य प्रदेश का दौरा.

Madhya Pradesh CM Race: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर जारी सस्पेंस के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सोमवार, (11 दिसंबर) को राजधानी भोपाल में अपने विधायक दल की बैठक आयोजित करने वाली है और उसी दिन राज्य के लिए सीएम की घोषणा करने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर, डॉ के लक्ष्मण और आशा लाकड़ा विधायक दल की बैठक करने के लिए मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे

इससे पहले बीजेपी विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान से भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात की. यह बैठक पार्टी द्वारा नियुक्त तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की देख रेख में सोमवार को शाम करीब 4 बजे भाजपा प्रदेश कार्यालय में होने वाली है.

भाजपा ने गुरुवार को की थी पर्यवेक्षकों की घोषणा

भाजपा ने गुरुवार को तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की घोषणा की, जिसमें हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण और राज्य के लिए राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा शामिल हैं. गौरतलब है कि पार्टी ने राज्य में आखिरी बार केंद्रीय पर्यवेक्षक 2005 में बनाए थे जब पूर्व सीएम बाबू लाल गौर ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था. उसके बाद नवंबर 2005 में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. इससे पहले, केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति 2004 में की गई थी जब पूर्व सीएम उमा भारती ने सीएम पद छोड़ दिया था और उसके बाद बाबू लाल गौर को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था.

तब से राज्य में कोई केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त नहीं किया गया है. 2008 और 2013 में राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान, भाजपा सत्ता में रही और शिवराज सिंह चौहान राज्य के सीएम बने रहे. 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान, अनुभवी नेता कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ कांग्रेस सत्ता में लौट आई, लेकिन 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल मच गई. 

नए सीएम चेहरे को लेकर चर्चा

अल्पमत में आने के बाद कांग्रेस सरकार गिर गई और भाजपा ने सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान दोबारा मुख्यमंत्री बने.
लेकिन इस बार जब बीजेपी फिर प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की है तो पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है, ऐसे में राजनीतिक गलियारे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी राज्य में नया सीएम चेहरा ला सकती है.

मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 17 नवंबर को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को हुई थी. राज्य में करीब 20 साल की सत्ता से जूझ रही भाजपा ने 163 सीटें हासिल कर शानदार जनादेश हासिल किया, जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर ही सिमट गई. 

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10 December 2023, 11:40 PM IST

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