Farmers' Protest: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार से सीधे सवाल पूछे. उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री से मंच पर ही पूछा कि किसानों से किए गए वादे अब तक क्यों पूरे नहीं हुए. धनखड़ की टिप्पणी पर कांग्रेस और विपक्षी दलों ने सराहना की और कहा कि यह वही सवाल है जो वे लंबे समय से उठा रहे हैं.
यह बयान केंद्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-सीआईआरसीओटी) के शताब्दी समारोह के दौरान दिया गया. उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब भारत का कद अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ रहा है, तो किसानों की समस्याएं अब तक क्यों नहीं सुलझाई जा रही हैं.
समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति ने केंद्रीय कृषि मंत्री से कहा, "कृषि मंत्री जी, हर पल आपके लिए महत्वपूर्ण है. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मुझे बताएं, क्या किसानों से कोई वादा किया गया था, और यदि हां, तो वह वादा क्यों पूरा नहीं हुआ. हम वादा पूरा करने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं? पिछले साल भी आंदोलन हुआ था, इस साल भी आंदोलन जारी है. लेकिन समय बीतता जा रहा है और हम कुछ नहीं कर रहे हैं." उपराष्ट्रपति ने कहा, "मैंने पहली बार भारत को बदलते देखा है. यह सपना नहीं, बल्कि अब हमारा लक्ष्य है. लेकिन जब भारत इतनी ऊंचाई पर पहुंच रहा है, तब भी मेरा किसान क्यों पीड़ित और असहाय है?"
धनखड़ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब किसानों के विरोध प्रदर्शन तेज हो रहे हैं. कल किसानों ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच किया, जिससे दिल्ली-एनसीआर में यातायात बाधित हुआ. किसान मुआवजा और नए कानूनों के तहत लाभ की गारंटी जैसी मांगें कर रहे हैं.
कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति की बातों की सराहना करते हुए कहा कि यह वही सवाल है जो वे लंबे समय से उठा रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा कि उपराष्ट्रपति के बयान ने सरकार को किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर विचार करने के लिए मजबूर किया है.
इस मुद्दे पर केंद्रीय कृषि मंत्री या किसी अन्य सरकारी प्रतिनिधि की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार की चुप्पी पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं. First Updated : Wednesday, 04 December 2024