ममता, सोरेन छोड़िए नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार क्यों नहीं पहुंचे

NITI Aayog Meeting: शनिवार को देश में नीति आयोग की बैठक को लेकर चर्चा गरम है. इसमें विपक्ष के विरोध के बाद भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल हुईं. हालांकि, वो बीच में ही बैठक छोड़कर वापस आ गई. खैर इस बैठक में NDA के खास सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल न होने को लेकर चर्चा गरम है. सियासी गलियों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

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NITI Aayog Meeting: दिल्ली में आज PM मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक हुई. इसका पहले ही विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था. INDAI गठबंधन के किनारा करने के बाद भी ममता बनर्जी और हेमंत सोरेन इसमें शामिल होने का फैसला लिया. हालांकि, ऐन मौके पर सोरेन इस बैठक में नहीं पहुंचे. खैर मुद्दा तो ये है कि इस बैठक में NDA के मुख्य सहयोगी JDU के आला नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बैठक में क्यों नहीं पहुंचे. अब इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि, बिहार की ओर से राज्य का प्रतिनिधित्व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने किया.

बता दें नीति आयोग की बैठक का INDIA गठबंधन ने विरोध किया था. विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों ने पहले ही इसमें शामिल न होने की बात कही थी. कर्नाटक, करेल, तेलंगाना, तमिलनाडु, हिमाचल, पंजाब की सरकारों बैठक में शामिल होने से मना कर दिया था. हालांकि, ममता बनर्जी इसमें शामिल हुईं.

नीतीश कुमार क्यों नहीं आए?

नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल के बैठक में बिहार का प्रतिनिधित्व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने किया. नीतीश कुमार इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली नहीं आए. इसमें शामिल न होने को लेकर नीतीश कुमार की ओर से कोई जानकारी नहीं आई है. हालांकि, पार्टी की ओर से जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया था कि दोनों उपमुख्यमंत्री बैठक में शामिल होंगे. उनके साथ ही बिहार से चार केंद्रीय मंत्री भी इसमें मौजूद रहेंगे.

चर्चाओं का बाजार गर्म

ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि नीतीश कुमार नीति आयोग की बैठक में शामिल न हो रहे हों लेकिन इस बार हालात अलग है. नीतीश कुमार NDA के मुख्य सहयोगी है. ऐसे में लोग इसे सरकार और बिहार की मांग पर नाराजगी से जोड़कर देख रहे हैं. ऐसा इसलिए भी की राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं. खैर वो बैठक में क्यों नहीं आए. इस बारे में खुद या उनकी पार्टी ही बता सकती है.

ममता ने बीच में छोड़ी बैठक

विपक्ष की ओर से पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक मात्र ऐसी नेता थी जो बैठक में शामिल होने के लिए पहुंची. हालांकि, कुछ देर बाद वो बैठक से बाहर आ गईं और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मैं विपक्ष से अकेली थी. इसके बाद भी मुझे 5 मिनट ही बोलने दिया गया. मुझसे पहले लोगों ने 10-20 मिनट अपनी बात रखी. यह अपमानजनक है.


First Updated : Saturday, 27 July 2024