मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की पत्नियां अंतिम संस्कार में क्यों नहीं हुईं शामिल?
Uttar Pradesh News: मुख्तार अंसारी को आखिरी विदाई देने के लिए पूरे इलाके से लोग जमा हुए थे, लेकिन उनके घर से ही उनकी पत्नी उनके अंतिम संस्कार में नहीं पहुंची.
Uttar Pradesh News: पांच बार के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी का नाम अफशां अंसारी है. अफशां अंसारी का जिक्र अब इसलिए कर रहे हैं कि क्योंकि अंसारी के आखिरी वक्त में वो उनके साथ नहीं थी. मुख्तार अकेले नहीं थे जिनको आखिरी बार देखने के लिए उनकी पत्नी साथ नहीं थी, बल्कि इसमें अतीक अहमद का भी नाम शामिल है. आज आपको बताएंगे इस बाहुबली नेताओं की पत्नी के बारे में, कि आखिर वो लास्ट टाइम में उनके साथ क्यों नहीं थी.
1- पांच बार के पूर्व विधायक और गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी, जो अपने खिलाफ कम से कम 11 मामले दर्ज होने के कारण फरार हैं. शनिवार को अपने पति के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुईं.
2- अंसारी के बड़े बेटे और मऊ विधायक अब्बास अंसारी, जो वर्तमान में कासगंज जिला जेल में बंद हैं, भी अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए, क्योंकि पूर्व द्वारा दायर याचिका पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा सुनवाई नहीं की जा रही थी क्योंकि वे छुट्टियों की वजह से बंद थे.
3- मुख्तार अंसारी को शनिवार को कड़ी पुलिस निगरानी में गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद शहर के काली बाग में उनके परिवार के पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया गया. अंतिम संस्कार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी, उनके भाई अफजल अंसारी, सिबगतुल्लाह अंसारी और मुख्तार के भतीजे और मोहम्मदाबाद के एसपी विधायक शोएब अंसारी की मौजूदगी में किया गया. उन्हें उनके माता-पिता की कब्रों के बगल में दफनाया गया था.
4- मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां, जिनके सिर पर 70,000 का इनाम है, इस लिस्ट में अकेली नहीं है. दो अन्य माफिया से राजनेता बने पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और अहमद के छोटे भाई और पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पत्नी ज़ैनब फातिमा की भी अपने पतियों के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुईं.
5- 2005 में जेल में बंद होने के बाद अफशां अंसारी ने कथित तौर पर अंसारी के कारोबार की कमान संभाली थी. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, गाजीपुर के मोहम्मदाबाद के यूसुफपुर के दर्जी मोहल्ले की रहने वाली अफशां 11 मामलों में आरोपी हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और एंटी एक्ट शामिल हैं.
6- 2022 में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अफशां, मुख्तार के बहनोई आतिफ रजा और अनवर शहजाद और अन्य द्वारा संचालित एक फर्म, विकास कंस्ट्रक्शन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया. गाजीपुर और मऊ पुलिस ने उस पर 25-25,000 रुपये का इनाम का ऐलान किया था और उसके लिए लुकआउट नोटिस भी जारी किया था. बाद में ग़ाज़ीपुर पुलिस ने इनाम बढ़ाकर 50,000 कर दिया. इन्हीं सारे मामलों के चलते वो अंतिम संस्कार में नहीं शामिल हुईं.
7- अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी इसी लिस्ट में शामिल हैं. यूपी पुलिस ने वकील उमेश पाल और उनके दो पुलिस गार्डों की हत्या के मामले में मारे गए माफिया-राजनेता अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और उनके मारे गए भाई अशरफ की पत्नी ज़ैनब फातिमा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है.
8- हत्या के मामले में नाम सामने आने के बाद से शाइस्ता परवीन फरार चल रही है. उसकी गिरफ्तारी पर 50,000 का इनाम भी घोषित किया गया है. पुलिस टीमों ने प्रयागराज और यहां तक कि अन्य राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी की है लेकिन परवीन, फातिमा और अतीक की बहन आयशा नूरी को गिरफ्तार करने में विफल रही है. अन्य तीन आरोपी हमलावर गुड्डु मुस्लिम, अरमान और साबिर भी फरार हैं.