knowledge : हनीमून के लिए जन्नत कहे जाने वाले मालदीव में होते हैं सबसे ज्यादा तलाक, गिनीज बुक में दर्ज है रिकार्ड
हनीमूनर्स की जन्नत कहे जाने वाले मालदीव में तलाक आज का चलन नहीं है बल्कि यह कई दशकों से चला आ रहा है. साल 2000 में यहां लगभग 4 हजार शादियों पर 2 हजार डिवोर्स हुए थे.
पीएम मोदी के अंडमान दौरे को लेकर यहां के मंत्रियों की एक्स पर की गई टिप्पणी के बाद से मालदीव चर्चा में आ गया है. मालदीव की खूबसूरती और कभी भारत से मालदीव जाने वालों की संख्या के बारे में बात होती रही है. लेकिन आज हम कपल्स के लिए हनीमून का स्वर्ग कहे जाने वाले मालदीव के एक ऐसे सच के बारे में आपको बता रहे हैं, जिसको सुनकर आप चौंक जाएंगे. मालदीव दुनिया का ऐसा देश है, जहां सबसे ज्यादा तलाक होते हैं. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने साल 2022 में इस देश का नाम सबसे ज्यादा डिवोर्स रेट वाले देश में शामिल किया था. इसके मुताबिक, मालदीव में हर 1000 में करीब 11 जोड़ों का तलाक हो जाता है. अमेरिका भी इसमें काफी पीछे है.
यूनाइटेड नेशन्स के आंकड़े क्या कहते हैं?
यूनाइटेड नेशन्स के आंकड़ों की मानें तो मालदीव में 30 साल की उम्र से पहले अधिकांश महिलाएं तलाक से गुजर चुकी होती हैं. इसी डेटा की वजह से ये द्वीप समूह गिनीज बुक में भी शामिल हो गया है. हनीमूनर्स की जन्नत कहे जाने वाले मालदीव में तलाक आज का चलन नहीं है बल्कि यह कई दशकों से चला आ रहा है. साल 2000 में यहां लगभग 4 हजार शादियों पर 2 हजार डिवोर्स हुए थे.
मालदीव में शादियां करना कितना आसान!
मोरक्को में जन्मे घुमक्कड़ इब्न-बतूता दुनिया की सैर करते हुए साल 1343 में मालदीव भी पहुंचे था. वहां घूमते हुए उसने यात्रा संस्मरण लिखा, जिसका नाम था- रिह्ला. इसमें कई दूसरे देशों के साथ मालदीव का भी जिक्र था. इसमें बतूता ने कहा कि कुछ महीने द्वीप पर बिताने के दौरान उसने 6 बार शादियां कीं और तलाक दिया.
शादी को मानते हैं टेंपररी बंदोबस्त
इब्न-बतूता ने लिखा कि मालदीव जैसे द्वीपों पर शादियां करना आसान काम है. यहां की औरतें काफी आकर्षक होती हैं, और सबसे अजीब बात है कि यहां के मछुआरे महीनों तक समुद्री यात्रा पर जाते हैं. कई बार वे दूसरे द्वीप पर सैटल तक हो जाते हैं. ऐसे में जाने से पहले वे बीवी को तलाक दे देते हैं ताकि वो भी अपनी जिंदगी जी सकें. यहां शादी एक तरह की टेंपररी व्यवस्था है. यहां शादी करना और तोड़ना बहुत आसान बात है.
क्या कहते हैं आंकड़े
अभी तक हमने कहानी 14वीं सदी की सुनाई, लेकिन मालदीव में आज भी हालात कुछ ऐसे ही हैं. इस छोटे से देश में तलाक की दर सबसे ज्यादा है. गिनीज 2022 का ही डेटा लें तो मालदीव में हर 1000 शादियों में 10.97 तलाक हो जाते हैं. दूसरे नंबर पर बेलारूस हैं, जहां तलाक की दर मालदीव से आधी से भी कम 4.63 है. इसके बाद प्रति हजार पर 4.34 तलाक के साथ अमेरिका है. सेंसस डेटा ये भी कहता है कि 1977 में 30 की उम्र की ज्यादातर महिलाएं 3 बार तलाक से गुजर चुकी थीं.
क्या है तलाक की वजह
सोशल साइंटिस्ट्स ने इस वजह की तलाश की तो पाया कि इसके पीछे कोई एक वजह नहीं है. तलाक की दर के पीछे कई कारण हो सकते हैं. मालदीव नेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च में इस विषय पर एक रिसर्च भी प्रकाशित हो चुका है. जुलाई 2022 में आए शोध में पता चला कि पेरेंट्स के तलाक का असर आने वाली पीढ़ियों पर दिख रहा है. साल 2000 में इस देश में 3,829 शादियों पर 1,928 तलाक हुए थे.
क्या समुद्री यात्रा की वजह से तलाक हो रहे हैं ?
गेल डिजिटल स्कॉलर लैब में छपे क्रॉनिकल 'वर्ल्डमार्क एनसाइक्लोपीडिया ऑफ रिलीजियस प्रैक्टिसेज' में लेखक आइजैक हैनरी विक्टर ने कहा कि बाकी इस्लाम-बहुल देशों की तुलना में मालदीव में तलाक की दर ज्यादा है, क्योंकि यहां के लोग समुद्री यात्रा ज्यादा करते हैं. साठ-सत्तर के दशक में जब बाकी दुनिया तलाक को हौवा मानती थी, तब तलाक में यह द्वीप आगे निकल चुका था.
शरिया कानून भी हो सकता है कारण!
मालदीव में बहुत ज्यादा तलाक क्यों हो रहे हैं इसकी कोई प्रमाणिक वजह तो नहीं है, लेकिन अधिकतर जगहों पर एक जिक्र है कि इस्लामिक सिद्धांत और शरिया कानून लागू है तो पुरुषों के लिए तलाक देना उतना मुश्किल नहीं है. बीते सालों में सरकार ने तलाक दर को नियंत्रित करने की कोशिश की. इसके तहत उन पतियों को भारी जुर्माना देना होता है, जो कोर्ट जाए बगैर पत्नी से अलग हो जाते हैं.