Jammu Kashmir Assembly Elections: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव चल रहा है. इस बार भाजपा जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कश्मीर घाटी में 1996 के बाद सबसे कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है. यह चुनाव एक दशक से अधिक समय में जम्मू-कश्मीर का पहला चुनाव है. इस महीने की शुरुआत में, चुनाव के तीसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि से पहले, पार्टी ने बताया कि वह घाटी की 47 सीटों में से केवल 19 पर उम्मीदवार उतारेगी. इससे 28 सीटें बिना भाजपा उम्मीदवार के रह जाएंगी. वहीं, जम्मू क्षेत्र की सभी 43 सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.
भाजपा ने पिछली बार कश्मीर में कम सीटों पर चुनाव 1996 में लड़ा था, जब उसने केवल 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. यह तब हुआ जब भाजपा संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और पहली बार केंद्र में सरकार बनाई थी, हालांकि वह सरकार ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाई.
भाजपा 1980 में जनसंघ से अलग होकर बनी थी. उसने जम्मू-कश्मीर में 1983 और 1987 के विधानसभा चुनावों में क्रमशः तीन और दो सीटों पर ही चुनाव लड़ा था. लेकिन पिछले कुछ सालों में भाजपा ने कश्मीर में अपनी उपस्थिति बढ़ाई है. 1996 के बाद, 2002 के चुनावों में पार्टी ने अपनी सीटों की संख्या बढ़ाकर 28 कर दी. 2008 में उसने 26 सीटों पर और 2014 में 34 सीटों पर चुनाव लड़ा.
1983 और 1987 में कश्मीर में कुल 42 विधानसभा सीटें थीं, जो 2014 तक बढ़कर 46 हो गईं. 2022 के परिसीमन के बाद, कश्मीर में अब 47 विधानसभा क्षेत्र हैं. 1983 में भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में 27 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन सभी में हार गई. 1987 में उसने जम्मू में अपनी पहली दो सीटें जीतीं. उसके बाद भाजपा कश्मीर में अपना खाता खोलने में असफल रही, लेकिन जम्मू में उसकी सीटों की संख्या बढ़ी.
1996 में भाजपा ने जम्मू में आठ सीटें जीतीं, लेकिन 2002 में यह केवल एक सीट पर सिमट गई. 2008 में भाजपा ने जम्मू में 11 सीटें जीतीं और 2014 में 25 सीटें जीतीं. 2014 में जम्मू में 25 सीटों ने भाजपा को जम्मू-कश्मीर में अपनी पहली सरकार बनाने में मदद की थी, जब उसने पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. First Updated : Friday, 20 September 2024