Drone Attacks: जहाजों पर क्यों किए हमले, जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, उठाए गए सख्त कदम!
Drone Attacks: भारतीय नौसेना ने व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो पर हमले के बाद अरब सागर में समुद्री सुरक्षा अभियान शुरू किया है. ये फैसला रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद लिया गया.
Drone Attacks: ड्रोन हमले पर नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल राधाकृष्णन हरि कुमार ने बताया कि भारत ने व्यापारिक जहाजों पर समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों से निपटने के लिए कई तैयारियां की हैं. चार नवीनतम युद्धपोत तैनात किए गए हैं, इनके अलावा पीआई विमान, डोर्नियर्स सी-गार्जियन हेलीकॉप्टर और भारतीय तटरक्षक जहाज भी इन खतरों का मुकाबला करने में शामिल हो रहे हैं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद ये फैसला लिया गया है.
राजनाथ सिंह के बयान के बाद एक्शन
राजनाथ सिंह ने हमलों को लेकर कहा था कि जिसने भी ये हमले किए हैं, हम उन्हें ढूंढ लेंगे, भले ही वे समुद्र तल में छिपे हो. नौसेना प्रमुख एडमिरल राधाकृष्णन हरि कुमार ने कहा कि भारत ने व्यापारिक जहाजों पर समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों से निपटने के लिए कई तैयारियां की हैं. चार नवीनतम युद्धपोत तैनात किए गए हैं. इनके अलावा, पीआई विमान, डोर्नियर्स, सी-गार्जियन, हेलीकॉप्टर और भारतीय तटरक्षक जहाज भी इन खतरों का मुकाबला करने में भाग ले रहे हैं.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि समुद्र में व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय समुद्री एजेंसियों के साथ समन्वय में कार्रवाई की जा रही है. गौरतलब है कि वाणिज्यिक जहाज एमवी केम 25 दिसंबर को प्लूटो पर सवार होकर मुंबई पहुंचा था. वह समुद्र में लंगर डाले खड़ा है. इसमें 21 भारतीय और एक वियतनामी क्रू मेंबर मौजूद हैं.
ड्रोन हमले की जांच
भारतीय नौसेना की ऑर्डिनेंस डिस्पोजल टीम ने शुरुआती जांच में कहा कि यह किसी छोटे ड्रोन से किया गया हमला नहीं था. यह एक बड़े ड्रोन या मिसाइल हमले की तरह है. अरब सागर में फिलहाल इस हमले की जांच कई एजेंसियां करने वाली हैं. बाद में इसका सामान दूसरे जहाज पर ट्रांसफर कर दिया जाएगा.