Fact Check: अब किताब खोलकर एग्जाम दे सकेंगे CBSE बोर्ड के छात्र जानें क्या है पूरी सच्चाई

CBSE: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(CBSE) ने गुरुवार को साफ कर दिया है कि की 10वीं और 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम को 15 फीसदी कम करने का कोई निर्देश जारी नहीं किया है और न ही चयनित विषयों में ओपन-बुक एग्जाम स्टार्ट करने या आंतरिक मूल्यांकन का वेटेज बढ़ाने की योजना है.

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CBSE: हाल ही में सोशल मीडिया और विभिन्न समाचार माध्यमों पर यह दावा तेजी से प्रसारित हुआ कि CBSE बोर्ड कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए ओपन-बुक परीक्षा प्रणाली शुरू करने जा रहा है. यह भी कहा गया कि बोर्ड कुछ विषयों में 15% पाठ्यक्रम की कमी और आंतरिक मूल्यांकन का वेटेज बढ़ाने की योजना बना रहा है. हालांकि, CBSE ने इस खबर का खंडन करते हुए इसे गलत और भ्रामक बताया है.

CBSE ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि उसने अपने परीक्षा पैटर्न में इस तरह का कोई बदलाव नहीं किया है. बोर्ड ने छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी है कि वे ऐसी असत्यापित खबरों पर भरोसा न करें और केवल CBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सूचनाओं को ही मानें.

भ्रामक खबर का खंडन

हाल में यह दावा किया गया था कि CBSE बोर्ड के भोपाल क्षेत्रीय अधिकारी विकास कुमार अग्रवाल ने इंदौर में एक सम्मेलन में परीक्षा प्रणाली में बदलाव की घोषणा की है. समाचार में कहा गया था कि बोर्ड 2025 से अंग्रेजी साहित्य और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों में ओपन-बुक परीक्षा प्रणाली शुरू करेगा. साथ ही, कक्षा 10 और 12 के पाठ्यक्रम में 15% की कमी की जाएगी. हालांकि, CBSE ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा है कि परीक्षा प्रणाली में ऐसा कोई बदलाव नहीं किया गया है. CBSE के बयान में कहा गया कि “किसी भी परीक्षा पैटर्न में बदलाव से संबंधित कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है.”

आधिकारिक घोषणाओं पर ही करें भरोसा

CBSE ने छात्रों, अभिभावकों और सभी संबंधित हितधारकों को सलाह दी है कि वे ऐसी भ्रामक और असत्यापित खबरों से बचें. बोर्ड ने कहा कि परीक्षा से जुड़े किसी भी बदलाव की जानकारी केवल उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी. बोर्ड ने दोहराया कि असत्यापित समाचारों पर ध्यान न दें और सटीक जानकारी के लिए CBSE की वेबसाइट या आधिकारिक परिपत्रों पर ही भरोसा करें.

2024-25 सत्र के लिए कोई बदलाव नहीं

CBSE ने स्पष्ट किया कि 2024-25 के शैक्षणिक सत्र के लिए परीक्षा प्रणाली में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. कक्षा 10 और 12 के लिए एकल-टर्म परीक्षा प्रारूप जारी रहेगा. 2025-26 सत्र से दो-टर्म परीक्षा प्रणाली को फिर से शुरू करने की योजना है, लेकिन वर्तमान सत्र में कोई बदलाव लागू नहीं होगा.

नई शिक्षा नीति के अनुरूप लक्ष्य

CBSE ने बताया कि दीर्घकालिक रूप से छात्रों के तनाव को कम करने और नई शिक्षा नीति के लक्ष्यों के अनुरूप परीक्षा प्रणाली को छात्र-केंद्रित बनाने पर काम किया जा रहा है. हालांकि, इन परिवर्तनों का असर 2025 में बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों पर नहीं पड़ेगा, और फिलहाल यह बदलाव चर्चा का ही विषय है. First Updated : Thursday, 14 November 2024